Amit Panghal Biography in Hindi: दोस्तों आज के इस लेख में हम भारत के बड़े मुक्केबाजों की सूची में आने वाले भारतीय मुक्केबाज के जीवन से जुडी बातें जानने वाले हैं। आज हम मुक्केबाज अमित पंघाल(Amit Panghal) के जीवन से जुडी बातों के बारे में जानेगे। इनकी जीवनी, जन्म, शिक्षा, परिवार, लम्बाई, बॉक्सिंग करियर, नेट वर्थ, ओलिंपिक टूर्नामेंट, कॉमनवैल्थ करियर, गर्लफ्रेंड, माता-पिता, पत्नी आदि से जुडी जानकारी इस लेख में देने वाले हैं।

अमित पंघाल जीवन परिचय (Amit Panghal Biography)
पूरा नाम | अमित पंघाल |
जन्मतिथि | 16 अक्टूबर 1995 |
उम्र | 27 वर्ष 2022 के अनुसार |
बालों का रंग | हल्का भूरा |
लम्बाई | 5 फ़ीट 2 इंच |
वजन | 52 kg |
आँखों का रंग | काला |
प्रसिद्धि | वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक प्राप्त करने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज |
जन्मतिथि | 16 अक्टूबर 1995 |
उम्र | 27 वर्ष 2022 के अनुसार |
जन्म कहाँ हुआ | मैना, रोहतक हरियाणा |
होमटाउन | मैना, रोहतक |
स्कूल | ज्ञात नहीं |
कॉलेज | सर छोटूराम बॉक्सिंग अकादमी, रोहतक |
जाति | हरियाणवी |
शौक/रूचि | ट्रैकिंग करना और घूमना |
पता | 338/मुनिरका गांव, नई दिल्ली-67 |
व्यक्तिगत जीवन, जन्म, परिवार, शिक्षा
अमित पंघाल का जन्म 16 अक्टूबर 1995 को हरियाणा के रोहतक जिले के मायना गांव में हुआ था। उनके पिताजी का नाम विजेंदर सिंह पंघाल, है जो कि मैना में ही रहते हैं और यहाँ किसान का काम करते हैं, और इनकी माता एक गृहणी हैं, अमित के परिवार में उनके (Amit panghal) एक बड़े भाई भी हैं, जिनका नाम अजय पंघाल है जो कि भारतीय सेना में काम करते हैं। और अमित के भाई शादी शुदा हैं, अमित के परिवार में उनकी भाभी और एक भतीजी और एक भतीजा भी है। जो की अमित के काफी करीब हैं। इनके भाई भी पहले बॉक्सिंग किया करते थे, और अमित को बॉक्सिंग के लिए अजय ने ही प्रोत्साहित किया।
Amit Panghal Education
इन्होने अपनी शुरूआती शिक्षा एवं उच्च शिक्षा अपने गृहनगर मैना रोहतक से ही प्राप्त की है, जिसके बारे में कोई ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं है। लेकिन बॉक्सिंग से जुडी शिक्षा इन्होने सर छोटू राम बॉक्सिंग अकादमी से प्राप्त की है। यहीं से इन्होने बॉक्सिंग की शुरुआत की है।
प्रेम संबंध/अफेयर्स
अमित पंघाल के प्रेम संबंध या इस तरह की और जानकारियां इस समय इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं हैं। जिसका अर्थ यही निकलता है कि अमित अभी किसी भी रिश्ते में नहीं हैं। क्योंकि अक्सर देखा गया है कि इस प्रकार के बॉक्सर और अन्य खिलाडी अपने करियर पर ज्यादा फोकस करते हैं, जिस कारण उनका लव रिलेशनशिप बहुत ही कम होता है। या फिर हो भी तो वो अपने निजी जीवन की जानकारी निजी रूप से ही रखते हैं।
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
गर्लफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
बॉक्सिंग की शुरुआत कैसे की
बॉक्सिंग का सफर अमित ने तब शुरू किया जब उनके भाई न उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित किया प्रेरणा दी। जिसका श्रेय वो आज भी अपने भाई को ही देते हैं। एक तरह से उनके भाई उनके बॉक्सिंग के पहले कोच हैं। अमित ने अपना बॉक्सिंग करियर हरियाणा रोहतक से शुरू किया था। इनके भाई भी एक शौकिया मुक्केबाज रह चुके हैं, अमित ने सर छोटू राम बॉक्सिंग अकादमी से ट्रेनिंग लेनी बचपन से ही शुरू कर दी थी, यहाँ पर वो और उनके बड़े भाई भी जाते थे। अपने भाई को देख कर अमित ने भी यहाँ आना शुरू तो किया लेकिन उनकी उम्र और उनका कद भी अन्य खिलाडियों से कम था जिसके कारण उनके कोच उनको तुरंत से बड़े बॉक्सर के साथ प्रैक्टिस करवाने से डरते।
लेकिन अमित को उनके भाई और परिवार का सहयोग प्राप्त होता। जिसके कारण उन्होंने हमेशा ही खुद को बॉक्सिंग रिंग में आगे रखा और हमेशा प्रतिद्वन्दी खिलाडी पर भारी पड़ते। हालाँकि अन्य मुक्केबाजों के मुकाबले अमित की लम्बाई कम थी लेकिन इसका प्रभाव उन्होंने अपने मैच पर नहीं होने दिया। वो सामने वाले खिलाडी को तब भी चित कर देते हैं। अपनी मेहनत परिवार से सहयोग और कोच की ट्रेनिंग की बदौलत वो पहले/एकमात्र वो भारतीय मुक्केबाज बने जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया।
राष्ट्रीय डेब्यू | साल 2017 एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप |
प्रोफेशनल डेब्यू | साल 2017 |
कोच | अजय पंघाल (अजय के बड़े भाई) अनिल धनकड़ ![]() |
कॉन्टेस्ट्स | लाइट फ्लाईवेट और फ्लाईवेट |
मुक्केबाजी करियर
अमित ने 2017 में नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप से पहले खेल में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। जिसके बाद इन्होने इसी साल मई में ताशकंद में एशियाई शौकिया मुक्केबाजी चैंपियनशिप में लाइफ फ्लाईवेट में कांस्य पदक प्राप्त किया। कांस्य पदक प्राप्त कर के इन्होने अपनी जगह AIBA वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2017 के लिए क्वालीफाई किया और इसमें इनको क्वार्टर फाइनल में उज़्बेकिस्तान के बॉक्सर हसनबॉय दुसमतोव (Hasanboy Dusmatov) ने हरा दिया था। स्ट्रैंड्जा कप में मई 2018 में पंघाल ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसक बाद अप्रैल 2019 में इन्होने कोरिया के मुक्केबाज किम इन-क्यू जिन्होनें कि साल 2017 में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त किया था, इनको हरा कर बैंकॉक एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2019 में एक बार फिर से गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
Also Check:-
AIBA में रजत पदक प्राप्त किया
साल 2019 में ही पंघाल ने सोफिया स्ट्रैंडज़ा कप में फिर से फरवरी 2019 में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इसी साल सितम्बर 21 तारीख को इन्होने AIBA वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में इन्होने रजत पदक अपने नाम किया। और अब तक के ये पहले भारतीय मुक्केबाज हैं, जिन्होंने रजत पदक प्राप्त किया है। 52 किलो ग्राम वर्ग के फाइनल में पंघाल उज़्बेकिस्तान के शाखोबिदीन जोइरोव से हार गए थे। साल 2020 में अमित ने 52 किलो ग्राम वर्ग क क्वार्टर फाइनल में फिलीपींस के कार्लो पालम को शिकस्त दी और टोक्यो ओलम्पिक 2020 के लिए क्वालीफाई किया। दिसम्बर 2020 में इन्होंने जर्मनी के कोलोन में आयोजित बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया इसके बाद इन्होने साल 2021 में 52 किलो ग्राम वर्ग में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में गवर्नर कप में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

Amit Panghal Favorite Things
पंघाल की पसंदीदा चीजों की बात की जाये तो उनको खाने में कढ़ी-चावल सबसे ज्यादा पसंद है। वहीं उनके पसंदीदा बॉक्सर विजेंदर सिंह हैं। और पसंदीदा क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी है। साथ ही उनको घूमने का और ट्रेकिंग का बहुत शौक है। इसके साथ ही इन्हे घुड़सवारी भी पसंद है। वो अकसर घुड़सवारी करते हैं।
पसंदीदा बॉक्सर | विजेंदर सिंह |
पसंदीदा खाना | कढ़ी-चावल |
पसंदीदा क्रिकेटर | महेंद्र सिंह धोनी |
अमित पंघाल के जीवन से जुड़ी कुछ बातें
- अमित ने मुक्केबाज बनने के लिए अपने बड़े भाई अजय से प्रेरित हुए हैं। अजय ने ही इनके प्रशिक्षण के खर्चे का वहन किया है।
- इनके भाई ने ही इनको शुरूआती समय में बॉक्सिंग के गुर भी सिखाये हैं। देखा जाये तो अजय अमित के पहले कोच कहलायेंगे। अमित का अपने भाई के बारे में कहना है – कि मेरे बड़े भाई अजय को मेरे बॉक्सिंग करियर का सबसे ज्यादा श्रेय जाता है। असल में वो मेरे सबसे अच्छे कोच हैं, वो हमेशा मेरे लिए रणनीति बनाते हैं, और मेरी भी हमेशा यही कोशिश रहती है की मई अपने हर मैच स पहले उन से बात कर सकूँ।
- अमित ने अपने जीवन में मुक्केबाजी की शुरुआत करते ही गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। पहली बार इन्होने साल 2017 में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था।
- साल 2017 में ही पंघाल को वर्ल्ड बॉक्सर चैंपियनशिप में हार का सामना करना पड़ा था।
- एक साल बाद यानि 2018 में इन्होने कॉमनवैल्थ गेम्स में रजत पदक प्राप्त किया था।
- इसके बाद के रियो ओलंपिक्स में इन्होने स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने पंघाल को यूनिवर्सिटी में दूसरी जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप के उद्द्घाटन के लिए साल 2018 में निमंत्रण दिया था।
- साल 2019 में इनको अपना भार वर्ग 52 किलो ग्राम में करना पड़ा। ये पहले 49 किलो ग्राम में खेला करते थे, लेकिन 49 किलोग्राम भर वर्ग ओलम्पिक में बंद हो चुका था।
- अमित बताते हैं कि वो हमेशा सुबह और शाम दोनों समय लगभग पाँच घंटे ट्रेनिंग करते हैं। 30 मिनट तक वो स्ट्रेच करते हैं। और वार्म-अप और जॉगिंग करते हैं और जिसके बाद वो पैड, पंचिंग बैग और लास्ट में पेट की एक्सरसाइज करते हैं।
- अमित देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के के बड़े प्रसंशक हैं। उनके बारे में अमित कहते हैं – वह देश के लिए बहुत कुछ करते हैं, हम कम से कम उनके लिए इतना तो कर सकते हैं) देश के लिए लगातार काम करने की उनकी इच्छा के लिए मैंने हमेशा उनकी प्रशंसा की है और मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। उनका स्वस्थ और समृद्ध जीवन हो। जय हिन्द।” उनके द्वारा कही गई यह बात सटीक है।
- भार वर्ग बढ़ने के बाद भी इन्होने एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
- साल 2018 में अमित भारतीय सेना में सम्मिलित हुए। और इस साल से ये भारतीय सेना में ‘Junior Commissioned Officer‘ जूनियर कमीशंड ऑफिसर के पद पर भी तैनात हैं।
- पंघाल हनुमान जी के बहुत बड़े भक्त हैं।
- पंघाल युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा शुरू किये गए TOPS का हिस्सा भी हैं।
तो दोस्तों ये थी अमित पंघाल के जीवन से जुडी कुछ बातें उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आएगी। आप चाहे तो इन्हे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते हैं। और इस प्रकार की जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहें।