Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय

Annu Rani Biography in Hindi : दोस्तों आज के इस लेख में हम नीरज चोपड़ा जैसे ही एक और भारतीय जेवलिन थ्रोवर के जीवन से जुडी बातें जानने वाले हैं। जिनके बारे में हम इस लेख में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं, वो भारत की पहली महिला भाला फेंक खिलाडी हैं जिहोंने 60 मीटर से ज्यादा दूरी तक भाला फेंक कर ऐसी पहली भारतीय महिला होने का रिकॉर्ड बनाया है। हम आज उत्तर प्रदेश के एक साधारण से गांव, साधारण से परिवार की बेटी अन्नू रानी के भाला फेंक जीवन (Annu Rani Biography in Hindi) के बारे में जानेंगे उनसे जुडी कई जानकारी हम यहाँ पर प्राप्त करने वाले हैं। जैसे उनके परिवार, उम्र, शिक्षा, जन्म, बॉयफ्रेंड, जेवलिन थ्रो करियर से जुडी जानकारी, अन्नू रानी को प्राप्त मेडल, इनकी कमाई आदि।

Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय

अन्नू रानी जीवन परिचय (Annu Rani Biography in Hindi)

पूरा नाम अन्नू रानी
पेशा/काम जेवलिन थ्रोअर (भाला फेंक खिलाडी)
जन्मतिथि 28 अगस्त 1992
उम्र 30 वर्ष 2022 के अनुसार
जन्मस्थान बहादुरपुर, मेरठ (यूपी)
राशि कन्या
नागरिकता भारतीय
गृहनगर बहादुरपुर, मेरठ
बालों का रंग हल्का भूरा
लम्बाई 5 फ़ीट 5 इंच
वजन 65 किलो
आँखों का रंग भूरा
प्रसिद्धि दोहा में साल 2019 में वर्ल्ड एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला।
शौक/रुचियाँ पढ़ना और शॉपिंग करना

अन्नू रानी का जन्म, परिवार एवं शुरूआती जीवन

अन्नू रानी का जन्म 28 अगस्त 1992 को उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले के बहादुरपुर गांव में हुआ था। इनके पिताजी का नाम अमरपाल सिंह है और माँ का नाम मुन्नी देवी इनके आलावा इनके परिवार में इनकी 3 बहने और 2 भाई भी हैं। इनके इनके बड़े भाई का नाम उपेंद्र कुमार है। जो कि धावक हैं। लेकिन इनकी बहनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अन्नू अपने घर में सबसे छोटी थी। और किसान परिवार में जन्म होने के कारण उनका प्रारम्भिक जीवन भी खेती-बाड़ी के माहौल में ही व्यतीत हुआ था। हालाँकि उनके बड़े भाई उनको प्रेरित किया करते थे लेकिन उनके पिता इस तरह के खेल में वहाँ से किसी भी लड़की के ना होने के कारण मना किया करते लेकिन आखिरकार अन्नू ने ज़िद्द और प्यार से अपनी और कर ही लिया।

पिताजी का नाम अमर पाल सिंह Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय
माता जी का नाम मुन्नी देवी
बहन 3 बहने नाम ज्ञात नहीं है
भाई 2 भाई – 1.उपेंद्र कुमार Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय
2. ज्ञात नहीं

Annu Rani Education

अन्नू परिवार के बच्चों में सबसे छोटी थी इसलिए उनके ऊपर घर के कामों का भार ज्यादा नहीं होता था क्योंकि उनसे बड़ी 3 बहने और 2 भाई भी थे। इसलिएउनकी शिक्षा में भी इतनी ज्यादा कोई समस्यायें नहीं आई। इन्होने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव स ही प्राप्त की है जबकि 6वीं से लेकर 12वीं तक की शिक्षा इन्होने श्री गाँधी स्मारक इंटर कॉलेज दबथुआ से पूरी की है और स्नातक की पढाई भी इन्होने अपने गांव के ही कॉलेज से प्राप्त की है।

Affairs/Boyfriend (अन्नू रानी प्रेम संबंध)

वैवाहिक स्थिति अविवाहित
बॉयफ्रेंड ज्ञात नहीं

अन्नू रानी के बॉयफ्रेंड या फिर उनके किसी व्यक्ति से शादी जैसी कोई भी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है। इस जुडी जानकरी फिलहाल आपको कहीं भी नहीं मिलने वाली।

Annu Rani Career (अन्नू रानी का करियर)

टीम भारत
इवेंट जेवलिन थ्रोअर
कोच काशीनाथ नाइक Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय
बलजीत सिंह Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय
रिकॉर्ड वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2019 के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाडी।

शुरूआती समय में स्वाभाविक रूप से किसी भी खेल में कोई रूचि नहीं थी, यकीन वो घर में क्रिकेट खेला करती, अपने भाई के साथ दौड़ने जाया करती, एक दिन क्रिकेट खेलते समय अन्नू न बॉल को काफी दूर फेंक दिया। और वो अक्सर ऐसे किया करती। ये सब उनके बड़े भाई देखते थे। जिसको देख वो धीरे-धीरे समझने लगे थे। कि उनकी बहन में कोई तो ख़ास बात है, और वो उनके हुनर को परखने लगे। धीरे-धीरे उपेंद्र ने अपनी बहन की प्रतिभा को पहचाना और अन्नू को गन्ने को भाले जैसा आकर देकर अन्नू से भाला फेंकवाने का प्रयास करवाना शुरू किया और फिर अन्नू इसकी ही प्रैक्टिस करने लगी।

बचपन से ही भाई के अभ्यास करने लगी हालाँकि भाला बहुत महंगा था, जिसको वो खरीद नहीं सकती थी। लेकिन के भाई ने गन्ने से ही उनकी प्रैक्टिस जारी रखवाई और अन्नू की भी रुचि और गंभीरता खेल के प्रति बढ़ने लगी जिसको देख उनके पिता भी चिंता में डूबने लगे क्योंकि दूर-दूर तक ऐसा खेल कोई भी लड़की नहीं खेला करती थी। जिस कारण उनको चिंता सताया करती थी। और वो केवल एक अकेली लड़की थी जो कि खेल में जाना चाहती थी। लेकिन अन्नू ने अपने परिवार वालों को मनाना जारी रखा और अंततः उनके पिता भी मान गए। और धीरे-धीरे इन्होने स्कूल और स्टेट लेवल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने लगी ।

Annu Rani Career and Coach

अनु का जेवलिन करियर उनके भाई के बदौलत शुरू हुआ था। एक तरफ उनके भाई चाहते थे कि अन्नू जेवलिन थ्रो में जायें दूसरी और उनके पिता ये नहीं चाहते थे। लेकिन काफी मशक्तों के बाद इनको खेल की हामी मिल गई। फिर इनके भाई ने इनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए अन्नू का मेरठ के गुरुकुल प्रभात आश्रम टीकरी में ट्रेनिंग के लिए दाखिला करवा दिया। अन्नू प्रतिदिन घर से साइकिल पर 20 कलोमीटर दूर आश्रम जाकर प्रैक्टिस किया करती और यहाँ इनको शुरूआती समय में इनके गुरु/कोच आश्रम के स्वामी विवेकानंद सरस्वती ने इनको प्रशिक्षण देना शुरू किया और भला फेंकने के गुर सिखाये। शुरुआती समय में अन्नू ने शॉटपुट, डिस्कस, जेवलिन से ही शुरुआत की।

और वर्तमान समय में अन्नू अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड कई बार तोड़ चुकी हैं। इनके करियर की शुरुआत के कुछ समय बाद इन्होने काशीनाथ नाइक के सानिध्य में रहकर ट्रेनिंग ली। आज इनके प्रदर्शन के कारण इनको इंडियन क्वीन ऑफ़ जेवलिन के नाम से पहचाना जाता है। अपने स्कूली समय से ही यह 25 मीटर तक भला फेंक दिया करती थी।

Annu Rani Biography in Hindi | अन्नू रानी जीवन परिचय

अन्नू रानी का भाला फेंक रिकॉर्ड (Annu Rani Javelin Throw Record)

  1. राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2014 में इन्होने 58 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
  2. इसके बाद इसी साल इन्होंने इंचियोन एशियन गेम्स में 59 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर अपना ही रिकॉर्ड तोडा।
  3. और साल 2016 में इन्होने नेशनल एथलेटिक्स में फिर अपना रिकॉर्ड तोड़ 60 मीटर दूर भाला फेंका।
  4. साल 2019 में अन्नू ने ने नेशनल चैंपियनशिप में एक नया रिकॉर्ड बनाया इसमें इन्होने भाला फेंक में 62 मीटर दूर तक भाला फेंका था जो कि इनका बेहतरीन प्रदर्शन था।
  5. अन्नू भारत की पहली महिला भाला फेंक खिलाडी हैं, जो कि वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं थी। यहाँ पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला का रिकॉर्ड भी इन्होने अपने नाम पर दर्ज किया है।

Annu Rani World Ranking

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में अन्नू रानी ने महिला भाला फेंक (Javelin Throw) के फाइनल में भी वो शीर्ष 10 की लिस्ट में रहीं। फिलहाल अन्नू की वर्ल्ड रैंकिंग 7वें नंबर पर है।

World Athletics Championship 2022

साल 2022 में हुए वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अन्नू रानी फाइनल में पहुंच चुकी थी लेकिन यहाँ वो गोल्ड को अपने नाम नहीं कर पाई, यहाँ इन्होने अपने लगातार 6 कोशिशों में पहली बार में 56 मीटर की दूरी पर भाला फेंका जबकि दूसरी कोशिश में इन्होंने 62 मीटर दूर भाला फेंका था। इसके बाद यह इतनी दूरी तक भाला फेंकने वाली पहली भारतीय महिला जेवलिन थ्रोअर बन गई। लेकिन यह गोल्ड मेडल प्राप्त नहीं कर सकी।

उपलब्धियाँ

  • विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में पहुंचकर कांस्य पदक करने वाली पहली भारतीय खिलाडी बनी।
  • अन्नू रानी 60 मीटर से ज्यादा दूरी तक भाला फेंकने वाली पहली भारतीय भाला फेंक खिलाडी हैं।
  • साल 2014 में अन्नू ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्डम मेडल प्राप्त किया था , इनसे पहले 14 सालों यानी साल 2000 से कोई भी भारतीय भाला फेंक महिला खिलाडी यहाँ तक नहीं पहुंच पाई थी।
  • साल 2014 में इन्होने पहली बार 58 मीटर दूर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। वही इसके बाद इन्होने 59 मीटर दूर भाला फेंक कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
  • और साल 2016 में इन्होने 60 मीटर दूर भाला फेंका था। साल 2019 में इन्होंने 62 मीटर दूर भाला फेंका था।

अन्नू रानी के जीवन से जुडी कुछ जानकारियां

  • अन्नू रानी भारत की पहली वह महिला खिलाडी हैं जिन्होंने अपने ही रिकॉर्ड तोड़ कर नए रिकॉर्ड बनाये हैं।
  • अन्नू रानी कहती हैं, कि उनके भाई ने उनकी प्रतिभा को पहचाना जब क्रिकेट खेलते समय मैंने बॉउंड्री पर खड़े होकर सही गेंद फेंकी तो इसके बाद उनके भाई ने हर तरह से उनका साथ दिया, और उनके प्रशिक्षण से लेकर अन्य चीजों का खर्चा खुद उठाया।
  • अन्नू अपने गांव के बारे में बताते हुए कहती हैं, कि उनका गाँव बहुत ही रुढ़िवादी है। लेकिन ऐसे माहौल में रहते हुए भी वह अपने लक्ष्य की और बढ़ती गई।
  • शुरूआती समय में अन्नू के पास कोई भाला नहीं था। तब उनके भाई उनको गन्ने और बांस के भाले से अभ्यास करवाया करते थे।
  • अन्नू के खेल प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व खिलाडी व कोच ने इनको इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षण देना शुरू करना चाहते थे, लेकिन इनके पिता इन्हे घर से दूर नहीं भेजना चाहते थे, जिसके लिए कोच ने खुद इंक गांव जाकर इंक पिता को सांत्वना दी की। और उनको बताया की उनकी बेटी सही जगह पर जा रही है।
  • साल 2015 अन्नू के लिए कुछ खास नहीं रहा, क्योंकि इस साल इनको कई चोटों का सामना करना पड़ा था।
  • 2018 में अन्नू ने उत्तर प्रदेश की और से भाला फेंक में भाग लिया और इसमें 62.34 मीटर दूरी प्राप्त की जिसके कारण इन्होने साल 2019 में दोहा में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
  • 23वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 60.22 मीटर का सबसे अच्छा थ्रो किया और रजत पदक अपने नाम किया।

Annu Rani Medal (अन्नू रानी को प्राप्त पदक)

इन्होंने अपने जेवलिन थ्रोवर के करियर में स्वर्ण रजत एवं कांस्य तीनो प्रकार के पदक प्राप्त किये हैं जिसकी जानकारी यहाँ पर दी जा रही है।

कांस्य पदक – साल 2014 में एशियाई खेलों में इंचियोन में इन्होने कांस्य पदक प्राप्त किया जो कि दक्षिण कोरिया में आयोजित किये गए थे। IAAF वर्ल्ड चैलेंज इवेंट में जो कि चेक गणराज्य ओस्ट्रावागोल्डन स्पाइक एथलेटिक्स मेंहुआ था इसमें भी इन्होंने कांस्य पदक प्राप्त किया। 2017 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, भुवनेश्वर, भारत में आयोजित था इसमें भी इन्होने कांस्य पदक प्राप्त किया।

रजत पदक – वर्ष 2019 में में क़तर दोहा में 23वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियशिप में इन्होने रजत पदक प्राप्त किया था

स्वर्ण पदक – राष्ट्रीय अंतर्राज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2014 में जो कि लखनऊ में आयोजित की गई थी। 2019 में नेशनल ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। साल 2021 में राष्ट्रीय अन्तर्राज्यीय एथलेटिक चैम्पियशिप में एक बार फिर से गोल्ड मेडल अपने नाम पर किया था।

अन्नू रानी को प्राप्त अवार्ड/सम्मान

साल 2019 में एथलेटिक्स में गोल्ड प्राप्त करने के लिए स्टारस्पोर्ट्स एसेस स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ द ईयर के सम्मान से इनको सम्मानित किया गया था।

तो दोस्तों ये थी हमारे देश की जेवलिन थ्रोवर महिला खिलाडी के जीवन से जुडी कुछ बातें उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आएगी।

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