Digvijaya Singh Biography in Hindi | दिग्विजय सिंह जीवन परिचय

Digvijaya Singh Biography in Hindi: देश में कितने ही ऐसे लोग होंगे जिन्हे दिग्विजय सिंह के बारे में जानकारी होगी और कितने ही ऐसे होंगे जिन्हे दिग्विजय सिंह के बारे में नहीं पता होगा। आज हम आपको अपने लेख के जरिये दिग्विजय सिंह के बारे में सभी जानकारी जैसे: दिग्विजय सिंह कौन है, उनका असली नाम, पत्नी, बच्चे, करियर, शिक्षा, धर्म, उनका पूरा जीवन परिचय, Digvijaya Singh Biography in Hindi आदि के बारे में बताएँगे। बता देते है दिग्विजय सिंह भारत देश के राजनेता है इसी के साथ वह मध्य प्रदेश राज्य के पूर्व सीएम रह चुके है। चलिए जानते है दिग्विजय सिंह से जुडी सभी जानकारियों को विस्तारपूर्वक।

Digvijaya Singh Biography in Hindi
Digvijaya Singh Biography in Hindi

दिग्विजय सिंह का जीवन परिचय, जन्मतिथि एवं फैमिली (Digvijaya Singh Early Life, Birth & Family)

दिग्विजय सिंह का जन्म 28 फरवरी 1947 को हुआ। उनका जन्म तब हुआ था। जब भारत आजाद भी नहीं हुआ था। उनका जन्म ब्रिटिश भारत के होकर स्टेट के इंदौर शहर में हुआ। दिग्विजय सिंह की उम्र वर्तमान में 75 साल के है। जिसे आज के समय में मध्य प्रदेश कहा गया है। उनके पिता का नाम बालभद्र सिंह है जो कि ग्वालियर राज्य के तहत आने वाले राघोगढ़ के राजा थे। आज के समय में इसे एमपी के गुना जिले के नाम से कहा जाता है।

बता दें, दिग्विजय सिंह राघोगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व जन संघ पार्टी के मेंबर भी थे। दिग्विजय छोटे से ही राजनैतिक परिवार से जुड़े हुए है। जानकारी के लिए बता दें, दिग्विजय सिंह को उनके साथ अर्जुन सिंह (Digvijay Singh Real Name) के नाम से भी बुलाते है। इसके अलावा दिग्विजय सिंह राज्य सभा के मेंबर, कांग्रेस पार्टी के महासचिव और संयुक्त गठबंधन के लीडिंग पार्टनर भी है। उन्हें बचपन से खेल में काफी रूचि रही है उन्होंने बचपन में काफी खेलों में भाग भी लिया था।

जीवन परिचय
नाम दिग्विजय सिंह
व्यवसाय राजनेता
अन्य नाम अर्जुन सिंह और दिग्गी राजा
फेमस भारतीय राजनेता, मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम
राजनैतिक पार्टी भारतीय कांग्रेस पार्टी
शारीरिक संरचना
हाइट से० मी०- 173
मी०- 1.73
फीट इन्च- 5’ 8”
वेट 75 किलो
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला और सफ़ेद
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 28 फरवरी, 1947
आयु 71 वर्ष
जन्मस्थान इंदौर, मध्यप्रदेश, भारत
राशि मीन
राष्ट्रीयता भारतीय
होम टाउन इंदौर, मध्यप्रदेश, भारत
स्कूल खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल खरड़, पंजाब
कॉलेज डेली कॉलेज, इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत
श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस) इंदौर, मध्य प्रदेश
शैक्षिक योग्यता B.E (मैकेनिकल) 
धर्म हिन्दू
जाति राजपूत
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति मैरिड
पत्नी स्वर्गीय श्रीमती राणा आशा कुमारी (पहली पत्नी)
अमृता राय (दूसरी पत्नी)
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बच्चे बेटा– जयवर्धन सिंह
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बेटी– मंदाकिनी कुमारी, कर्निका कुमारी एवं म्रदीमा कुमारी
परिवार
पिता स्वर्गीय श्री बालभद्र सिंह
माता स्वर्गीय श्रीमती अपर्णा कुमारी
भाई लक्ष्मण सिंह
बहन जानकारी नहीं है
कुल संपत्ति 40,23 करोड़ 

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दिग्विजय सिंह की शैक्षिक योग्यता (Digvijay Singh Educational Qualification)

दिग्विजय सिंह की शिक्षा की बात की जाएं तो उन्होंने अपनी शुरुवाती शिक्षा इंदौर के डेली कॉलेज से पूरी की। यह काफी फेमस स्कूल रहा है। जिसके बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए इंदौर के श्री गोविन्द्रम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एवं साइंस कॉलेज में एडमिशन लिया। दिग्विजय ने वह से मचानिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढाई पूरी की जिसके बाद वह इंजीनियर बने।

दिग्विजय सिंह की पत्नी (Digvijay Singh wife)

दिग्विजय सिंह ने दो शादियाँ की थी। उनकी पहली पत्नी का नाम श्रीमती राणा आशा कुमारी था। इन्होने आशा के साथ साल 1969 में शादी की थी। दिग्विजय के जितने भी बच्चे है वह उनके और आशा कुमारी जी के है। लेकिन साल 2013 में आशा की कैंसर से ग्रष्त होने के कारण मृत्यु हो गयी। उनकी मृत्यु के कुछ टाइम बाद यानी अगस्त 2015 में अमृता राय के साथ दिग्विजय ने शादी कर ली। बता दें, अमृता एक राज्य सभा टीवी एंकर है।

दिग्विजय सिंह का राजनीतिक करियर (Digvijay Singh Political Career)

दिग्विजय सिंह की शादी के बाद उसी साल से उन्होंने पॉलिटिक्स की और कदम बढ़ाया। वह राघोगढ़ नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष बने और वह इस पोस्ट पर साल 1971 तक बने रहे। इसी दौरन दिग्विजय 2017 में 1970 में कांग्रेस पार्टी में भी एक मेंबर के रूप में शामिल हुए। बता दें, इनके पिताजी जनसंघ पार्टी से संबंध रखते थे लेकिन वह जनसंघ पार्टी में ना शामिल होकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए।

जिसके बाद साल 1977 में एमपी विधानसभा में वह खड़े हुए और इस इलेक्शन में उनकी जीत हुई और वह गए डिस्ट्रिक्ट में राघोगढ़ से विधायक चुने गए। इस टाइम पीरियड के बाद वह साल 1980 में एमपी विधानसभा इलेक्शन में उसी क्षेत्र के विधायक के रूप में फिर से इलेक्ट किया गया। इसी टाइम उन्होंने कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में कृषि, पशुपालन एवं मत्सय पालन, सिंचाई और कमांड क्षेत्र के डेवलपमेंट के लिए काम किया।

इसके बाद साल 1984 में लोक सभा के इलेक्शन शुरू हुए है और वह राजगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के एक MP के रूप में इलेक्ट किये गए। राजगढ़ और गुना जैसे क्षेत्र में MP बनने के बाद उन्हें पुरे एमपी की कांग्रेस कमीटी का प्रेजिडेंट बनने का मौका मिला और उन्हें साल 1985 से 1988 तक इस पोस्ट को संभाले रखा। खास बात तो यह है कि साल 1989 के चुनाव में उन्होंने अपना इलेक्शन क्षेत्र खो दिया और दिर 1991 में वह फिर से सत्ता के लिए चुने गए।

दिग्विजय सिंह रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में (Digvijay Singh MP CM)

दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश राज्य के सीएम भी रह चुके है। बात तब की है जब साल 1993 में दिग्विजय सिंह विधानसभा इलेक्शन के लिए इलेक्ट किये गए थे जिसके बाद ही वह सीएम पद पर कार्यात हुए। दिग्विजय सिंह जी ने अपने कार्यकाल में काफी अच्छा काम किया था। मुख्यमंत्री पद पर उन्होंने साल 2003 तक काम किया। जिसके बाद अगले चुनाव पर हार के बाद वह 10 साल तक किसी भी इलेक्शन में खड़े नहीं हो सके।

दिग्विजय रहे कांग्रेस पार्टी के महासचिव (Digvijay Singh As A General Secretary)

दिग्विजय को साल 2013 में आल इंडिया कांग्रेस कमीटी का जनरल सेक्रेटरी इलेक्ट किया गया। जनरल सेक्रेटरी (महासचिव) के रूप में उन्होंने ओडिशा, बिहार, यूपी, असम, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गोवा राज्यों के लिए पार्टी के काम को संभाला। इस के साथ दिग्विजय को महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और रजाशं के विधानसभा इलेक्शन में अभियानों को मैनेज करने की रेस्पॉन्सिबिल्टी भी मिली। साल 2013 में ही वह 6 सदस्य समिति के मेंबर बने।

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दिग्विजय सिंह द्वारा किये कार्य एवं उपलब्धियाँ (Digvijay Singh Work and Achievements)

  • दिग्विजय सिंह द्वारा किये गए कार्य व उपलब्धियों की बात की जाएं तो दिग्विजय ने गांव के गरीब लोगों को एक पावर देने के लिए डिसेंट्रलाइजेशन कांसेप्ट को सबके सामने लेकर आये। उन्होंने 52 ग्राम सभा को एस्टैब्लिस्ड किया और विभिन्न एक्टिविटीज को सँभालने के लिए ग्राम सभा के लिए 8 स्टैंडिंग समिति भी बनायीं गयी। सत्ता की डिसेंट्रलाइजेशन कांसेप्ट को लाने के लिए उन्हें और उनके काम की काफी तारीफ की गयी।
  • दिग्विजय के टाइम पीरियड में एमपी में 26 हजार से भी ज्यादा प्राइमरी स्कूल बनाये गए। हर एक गांव में 1 किलोमीटर की दुरी के अंदर प्राइमरी स्कूल और 3 किलोमीटर की दूरी के अंदर सेकेंडरी स्कूल बनाये गए। राष्ट्रीय जनगणना के हिसाब से दिग्विजय के टाइम पीरियड के समय लिटरेसी रेट में 20.11% की बढ़ोतरी हुई , साथ ही फीमेल लिटरेसी रेट में भी ग्रोथ रेट 21% रिकॉर्ड हुई।
  • दिग्विजय सिंह के राज में साल 1988-89 में 16% कुपोषित बच्चों की संख्या साल 2002 और 2003 तक 2.92% रह गए।

दिग्विजय सिंह से जुड़े विवाद

  • दिग्विजय सिंह से जुड़े विवादों की बात करें तो साल 1998 में एमपी पुलिस द्वारा एक क्राइम किया गया था जिसमे उन्होंने 19 से 24 किसानों को गोली मार दी थी। बता दें, दिग्विजय उस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की पोस्ट पर थे। जिसके बाद पीपल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (People’s Union for Civil Liberties) ने उन्हें किसानों को अरेस्ट करने के लिए उन्हें दोषी ठहराया था।
  • साल 2011 में दिग्विजय ने अल कायदा के नेता ओसामा बिन लादेन को जब दफनाया था, तब इन्होने लादेन के धर्म का सम्मान नहीं किया और उनकी काफी आलोचनाएं की थी जिसके चलते वह विवादों में आ गए थे।
  • साल 2013 मिया बोध गया बमबारी के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था। उस ट्वीट में उन्होंने भाजपा को इस बमबारी के साथ जोड़ते हुए आलोचना की थी जिसके बाद उन्हें कई सारे विवादों का सामना करना पड़ा था।
  • बता दें, मंदसौर की एक कांग्रेस सांसद मीनाक्षी नटराजन के खिलाफ उनके गंदे रिमार्क की वजह से उन्हें कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
  • साल 2017 के शुरू में दिग्विजय ने एक ट्वीट किया था कि तेलंगाना पुलिस ने मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए नकली आरएसएस वेबसाइट बनाई जिसके चलते साल 2017 के शुरू में तेलंगाना पुलिस ने उनके द्वारा किये गए ट्वीट पर शिकायत कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था।

दिग्विजय सिंह का अफेयर (Digvijay Singh Affair)

साल 2014 में राज्य सभा टीवी एंकर अमृता राय के साथ संबंध देखने को मिले थे और इस बात की उन्होंने कन्फर्मेशन भी दी थी। बता दें, कुछ महीने से सोशल मीडिया में दोनों की पर्सनल फोटोज पोस्ट भी की गयी थी जिसका यही अर्थ था कि इन दोनों का कुछ लव अफेयर है।

रिपोर्ट्स से मिली खबरों के अनुसार के हिसाब से जब दिग्विजय की पति का निधन हुआ था उसके कुछ समय बाद अमृता सिंह और दिग्विजय एक दूसरे के करीब आ गए। इसके बाद जब उन दोनों के अफेयर की जानकारी उनके बच्चों को पता चला तो उन्होंने इस बात का विरोध भी किया। कुछ टाइम तक उनके बेटे ने उनसे बात नहीं किया। रिलेशन में रहने के कुछ समय बाद दोनों ने एक दूसरे से शादी कर दी थी। जानकारी के लिए बता दें, अमृता राय एक हिन्दू परिवार से संबंध रखती है।

दिग्विजय सिंह से जुड़ी अन्य सभी जानकारियाँ

  • दिग्विजय सिंह को छोटे से ही खेलों में इंट्रेस्ट था वह अपने स्कूल और कॉलेज के लेवल में कई खेलों जैसे: हॉकी, क्रिकेट, टेनिस, स्क्वाश और फुटबाल आदि में पार्टिसिपेट करते थे।
  • दिग्विजय ने रीजनल और नेशनल लेवल में कई सारे गेम्स खेले है। बता दें, उन्होंने मध्य प्रदेश स्कूल और सेंट्रल ज़ोन क्रिकेट टीम के लिए खेला था। इसी के साथ उन्होंने नेशनल लेवल पर जूनियर केटेगरी में स्क्वाश भी खेला था जिसमे वह जीते भी थे।
  • बता देते है उनको वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी करना बहुत ही पसंद है।
  • दिग्विजय RSS और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट को राष्ट्रीय एकता को खतरा मानते थे, इसी के साथ वह उनको नजीस भी कहते है।
  • दिग्विजय को स्वर्गीय श्री विजयराज सिंधिया ने जनसंघ पार्टी में शामिल होने का प्रपोजल दिया था लेकिन उन्होंने इस प्रपोजल को सीरियसली नहीं लिया और वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।

तो दोस्तों ये थी दिग्विजय सिंह के जीवन से जुडी थोड़ी बहुत जानकारी। उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आएगी और ऐसी ही जानकारी जानने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे।

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