दिवाली पर निबंध (Diwali Essay in Hindi) – दीपावली पर निबंध हिंदी में

Diwali Essay in Hindi: हमारे देश में त्योहारों का अलग ही महत्व होता है। त्यौहार एक ऐसा शब्द है जो किसी भी जाति के लोगों के बीच एकता बनाये रहता है। अक्सर लोगों के पसंदीदा त्यौहार की बात की जाएं तो वह होता है दिवाली। दिवाली का त्यौहार पूरे भारत देश में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। दिवाली पर निबंध या दिवाली पर 10 लाइन्स अक्सर आपके स्कूल की परीक्षा में या किसी तरह की प्रतियोगिता में दिवाली के बारे में लिखने या बोलने के लिए आता है। तो आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से दिवाली पर निबंध, Diwali Essay in Hindi, दिवाली पर 10 लाइन्स, दिवाली पर निबंध 100, 200, 400 शब्दो, दीपावली पर 10 लाइनें तक आदि में बताने जा रहे है। यदि आप इससे जुडी जानकारी जानना चाहते है तो आप हमारे लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

Diwali Essay in Hindi दीपावली पर निबंध
Diwali Essay in Hindi

दीपावली का अर्थ?

दीपावली का अर्थ है दीप और आवली यानि दीपावली दो शब्दो से मिलकर बना है। दीपावली के दोनों शब्द संस्कृत भाषा है जिसका मतलब है दीपो की श्रृंखला। भारत देश में सभी राज्य में दिवाली का त्यौहार लोग धूम धाम से मानते है। इस दिन हर एक घर में भगवन गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा करने का विधान है। दिवाली के त्यौहार को अन्य किसी और देश में रहने वाले नागरिक भी मानते है। भारत में दिवाली का त्यौहार 2 दिन मनाया जाता है।

दिवाली त्यौहार की विशेषता

दिवाली का त्यौहार देश के हिन्दू नागरिक मानते है। यह हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह फेस्टिवल हर साल त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या को अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों में दीया, मोमबत्ती, लड़िया व पटके जलाते है। इसी के साथ इस दिन घरों में तरह-तरह के पकवान बनाये जाते है।

आखिर दिवाली क्यों मनाई जाती है?

दिवाली के त्यौहार को मानाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इस दिन श्रीराम, माता सीता व लक्ष्मण जी वनवास से अपने घर अयोध्या आये थे। जी है पौराणिक कथा के हिसाब से दिवाली का त्यौहार भगवान राम के 14 वर्ष वनवास काटकर अपने घर व रावण का वध करने की प्रसन्नता में मनाया जाता है। भगवन राम, माता सीता व लक्ष्मण जी के अयोध्या लौटने पर लोगों ने इस दिन अपने घरों में घी के दिए जालये थे और साथ ही अपने घरों में पकवान और तरह-तरह की मिठाई बनाकर पड़ोसियों को दिया था और इसी के साथ कई पटाके जकलार उनका स्वागत किया था। दिवाली का त्यौहार घरों में रोशिनी फैलाता है।

इस तरह से की जाती है दिवाली की तैयारी

दिवाली का त्यौहार मानने के लिए लोग सबसे पहले दिन घरों की साफ सफाई करते है क्यूंकि यह मान्यता है कि जिस घर में साफ़ सफाई हो वहाँ माता लक्ष्मी की कृपा रहती है और वह अपना आशीर्वाद भी देती है। इसी के साथ इस दिन सभी खुशियाँ मानते है, दूकानदार अपनी दुकानें सजाते है और साफ सफाई करते है। दीवनली के दिन बाजारों में भीड़ रहती है इस दिन लोग मिठाई व पूजा करने के लिए गणेश व लक्ष्मी की तस्वीर खरीदते है।

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दिवाली पर निबंध 150 शब्दों में (Diwali Essay in Hindi)

दिवाली का त्यौहार भारत देश में मनाया जाता है। भारत में हिन्दू धर्म के लोग दिवाली मानते है। दीपलवाली दीपो का त्यौहार है जिसे लोग हर साल बड़ी धूम धाम से मानते है। यह त्यौहार कार्तिक मास के माह में अक्टूबर नवंबर में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने पहले अपने घरों में साफ सफाई करते है और फिर अपने घरों में घी के दिए, लाइट्स आदि को लगाकर सजाते है। साथ ही इस दिन लोग नए कपडे पहनकर माता लक्ष्मी व गणेश जी की पूजा करते है और फिर पटाके भी जलाते है। दिवाली से कुछ दिन पहले ही बाजारों में बड़ी भीड़ भाड़ लग जाती है।

दिवाली का त्यौहार भगवन राम के 14 वर्ष के वनवास काटकर घर लौटने की ख़ुशी में मनाया जाता है। अन्य धर्म में इस त्यौहार को अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। इस त्यौहार का इंतजार लोग हर साल करते है और हर साल लोग ऐसे ही धूम धाम से इसे मानते है।

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दीपावली पर निबंध हिंदी में (350 शब्दों में )

हमारे देश भारत में कई त्यौहार धूम धाम से मनाये जाते है जिस में से सबसे बड़ा त्यौहार है दिवाली का। हिन्दुओ के लिए दिवाली का त्यौहार सबसे बड़ा त्यौहार है। दिवाली का त्यौहार इस लिए मनाया जाता है क्यूंकि इस दिन भगवान राम 14 साल का वनवास और रावण का वध करके अपनी जन्मभूमि अयोध्या में आये थे। इस दिन लोगों ने अपने घरों में दिये जलाये थे और तब से लेकर हर साल लोग इसे मनाते है। दिवाली के दिन लोग तरह-तरह की मिठाई और तोहफे खरीदकर अपने रिस्तेदार और दोस्तों को देते है। इस दिन लोग नए कपड़े पहन कर गणेश और लक्ष्मी की पूजा करते है। दिवाली के दिन घरों से लेकर बाजारों में एक अलग ही रौनक और चहल पहल देखने को मिलती है।

दीपों का त्यौहार दिवाली आई है,
खुशियों का संसार दिवाली आई है,
घर आँगन सब नया सा लगता है,
नया नया परिधान सभी को फबता है,
नए नए उपहार दिवाली लायी है,
खुशियों का संसार दिवाली लाई है ,
शुभ दीपवाली

देश में इस तरह मनाई जाती है दिवाली – दिवाली के दिन लड़ियों और लाइटों से घरों को सजाया है। इस दिन लोग अपने घरों में रंगोली बनाते है, साथ ही मिठाई और पटाखों को जलाकर खुशियां मानते है। दिवाली का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बाजारों में भी भीड़ रहती है और लाइट्स की रोशिनी से पूरे बाजारों की रौनक ही अलग होती है।

दिवाली के शुभ अवसर में सूर्य होने के पश्चात भगवान् गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। यह पूजा धन की प्राप्ति और स्वस्थ जीवन के लिए की जाती है लक्ष्मी जी के स्वागत के लिए उस दिन घरों की साफ सफाई और रंगोली भी बनाई जाती है इस दिन लक्ष्मी आरती और भगवान गणेश की आरती की जाती है।

दिवाली के पहले दिन धनतेरस, छोटी दिवाली और दिवाली के बाद गोवेर्धन पूजा व भाई दूज का त्यौहार भी मनाया जाता है। यानि दिवाली को लोग कुल 5 दिन तक मानते है। मुख्य दिवाली को लोग एक दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं  देते है और मेहमानो का स्वागत मिठाई और व्यंजनों से करते है।

दीपावली पर निबंध हिंदी में (400 शब्दों में )

प्रस्तावना:

भारत एक ऐसा देश है जहाँ सबसे ज्यादा त्यौहार मनाये जाते है। यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग अपने-अपने उत्सव और पर्व अपनी सस्कृति और परंपरा के हिसाब से मनाये जाते है। भारत का दिवाली सबसे बड़ा त्यौहार है जिसे लोग बड़ी धूम धाम से मनाये जाते है। दिवाली रोशिनी का त्यौहार है। इस दिन लोग अपने घरों में लड़िया व दिये लगाकर सजावट करते है।

दिवाली कब और क्यों आती है?

दिवाली हर साल अक्टूबर और नवंबर महीने में कार्तिक मास की अमावस्या को मनायी जाती है। दिवाली आने और इसे मानाने के पीछे भी कई कहानियां है। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस दिन श्रीराम 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। इस इतिहास को हर साल बुराई में अच्छाई की जीत मानकर सेलिब्रेट किया जाता है। अयोध्या वासियों ने राम के वापस आने की ख़ुशी में पूरी अयोध्या में दिये जलाये और खूब आतिशबाजियां भी की थी।

दिवाली का अर्थ और उसका महत्व

दिवाली के अर्थ की बात करें तो यह दीप+आवली से मिलकर बना है। दिवाली का पर्व 5 दिन तक मनाया जाता है। इसमें पहला दिन धनतेरस का होता है जिसमे लोग चाँदी सोने के आभूषण खरीदते है और बर्तन खरीदते है। जिसके दूसरे दिन छोटी दिवाली मनाई जाती है इस दिन लोग शरीर के रोग और बुराई मिटाने के लिए सरसो का उबटन लागते है। जिसके बाद तीसरा दिन मुख्य दिवाली का होता है जिस दिन लोग लक्ष्मी गणेश की पूजा करते है। घरों में लड़िया लगते है दिए जलाते है और रंगोली बनाते है, आतिशबाजियां करते है। इसके बाद अगले दिन गोवरधन पर्वत की पूजा की जाती है जिसके बाद आखिरी दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है।

इसी के इसका महत्वव यह है कि यह एक खरीद के समय का दिन होता है। इस दिन लोग नए कपडे, बर्तन, सोने चाँदी के गहने खरीदते है क्यूंकि यह सभी खरीदना बहुत ही सुबह माना जाता है।

निष्कर्ष

दिवाली का त्यौहार दुनिया में अंधकार को मिटाकर प्रकास देता है। ठीक उसी तरह हम अपने अंदर की बुराइओं को मिटाकर प्रकास बढ़ाना है यानी हमे अपने जीवन में सबके साथ एक अच्छा व्यवहार रखना है। जैसे हम दिवाली में सबकी गलतियों को माफ़ करके आगे बढ़ जाते है ठीक उसी तरह हमे अपने आस पास के वातावरण को सब कुछ भूल कर एक खुशहाल बनाना है।

दीपावली पर 10 लाइनें – 10 Lines on Diwali in Hindi

  1. दीपावली हिंदूओ का मुख्य त्यौहार है।
  2. दिवाली को दीपो का त्यौहार भी कहा जाता है इस दिन मिटटी के दिए जलाये जाते है।
  3. इस दिन लोग अपने घरों में तरह-तरह की रंगोली और लाइट्स (लड़िया) लगाते है।
  4. दिवाली का त्यौहार हमारी संस्कृति को दिखाता है।
  5. यह त्यौहार कार्तिक मास की अमवस्या को मनाया जाता है।
  6. इस दिन श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण जी 14 साल के वनवास काटकर अयोध्या को लौटे थे।
  7. इस दिन लोग बाजारों से पटाखे खरीदते है और उसे जलाते है।
  8. दिवाली की रात को लोग अपने आस पास मोहल्ले वाले व पड़ोसियों को मिठाइयां बांटते है
  9. दिवाली के उपलक्ष्य में स्कूल, कॉलेजेस व कार्यालय में 3 से 4 दिन की छुट्टी प्रदान की जाती है।
  10. इस दिन देश भर के लोग एक साथ मिलकर दिवाली के त्यौहार को मनाते है।

अलग-अलग राज्य में इस तरह से मनाई जाती है दिवाली

  1. पंजाब : पंजाब में दिवाली के दिन 1577 ईस्वी पूर्व स्वर्ण मंदिर की नीव रखी गयी थी और इसी दिन सिख लोगों के गुरु हरगोविंद जी इस दिन जेल से रिहा किये गए थे।
  2. बंगाल उड़ीसा : उड़ीसा में दिवाली के फेस्टिवल के दिन माँ शक्ति ने काली माँ का रूप धारण किया था। इस दिन लक्ष्मी माँ के रूप काली माँ की पूजा की जाती है।
  3. आंध्र प्रदेश (तमिलनाडु): इस राज्य में दिवाली के दिन कृष्ण जी की पूजा की जाती है क्यूंकि इस दिन कृष्ण जी ने नरकासुर का वध किया था।

इस तरह मनाई जाती है विदेश में दिपावली 

  1. नेपाल : नेपाल में दिवाली के दिन कुत्तों को सम्मानित किया जाता है। इस दिन बड़ी धूम धाम से यहाँ दिवाली का फेस्टिवल मनाया जाता है। वहां के लोग इस दिन घरों में दिये जलाते है और कुत्तो की पूजा भी करते है। साथ ही एक दूसरे को बधाई देने के लिए एक दूसरे के घर जाते है।
  2. श्रीलंका : श्रीलंका रावण की नगरी थी और इस दिन श्रीराम ने रावण का वध करके श्रीलंका के लोगों को उसके भय से मुक्त किया था। श्रीलंका में भी दिवाली के दिन लोग मंदिर जाते है और सुबह सुबह तेल से स्नान करते है। दिवाली मानाने के लिए यहाँ कई पटाखें, नाच, गाना, खेल प्रतियोगिता करते है।
  3. मलेशिया : मलेशिया में दिवाली के दिन सरकारी छुट्टी दी जाती है क्यूंकि मलेशिया में हिन्दू लोग अधिक मात्रा में रहते है। इस दिन लोग अपने घर में पार्टी करते है जिसमे हिन्दुओं के साथ मलेशिया के नागरिक भी पार्टी करते है।

दिवाली पर कुछ शायरियां

1 रोशन हो दीपक और सारा जग जगमगाये
लिए साथ सीता मैय्या को राम जी हैं आये
हर शहर यु लगे मनो अयोध्या हो
आओ हर द्वार हर गली हर मोड़ पे हम दीप जलाये

दिवाली की शुभकामनाएं

2 दीवाली है रौशनी का त्यौहार
लाये हर चेहरे पर मुस्कान
सुख और समृधि की बहार
समेट लो सारी खुशियाँ
अपनों का साथ और प्यार
इस पावन अवसर पर
आप सभी को दीवाली का प्यार
शुभ दीवाली

3 दीपों का ये पावन त्यौहार
आपके लिए लाये ख़ुशियाँ हज़ार
लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार
हमारी शुभकामनाएं करे स्वीकार
शुभ दीपवाली

4 सुख-समृधि आपको मिले इस दीवाली पर
दुख से मुक्ति मिले इस दीवाली पर
माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद हो आपके साथ
और लाखों खुशियाँ मिले इस दीवाली पर…
Diwali Ki Shubhkamnayein

 दिवाली पर निबंध से जुड़े प्रश्न/उत्तर

आसान शब्दों में दिवाली का क्या अर्थ है?

दिवाली का अर्थ दो शब्दों से मिलकर बनी है दीप+आवली जहाँ दीप का अर्थ होता है दीपक और आवली का अर्थ होता है श्रृंखला या रेखा/पंक्ति। दीपावली शब्द संस्कृत भाषा से लिए गए शब्द है।

दिवाली का त्यौहार किस महीने में मनाया जाता है और इसकी क्या विशेषता है?

दिवाली का त्यौहार दशहरे के 21 दिन बाद अक्टूबर से नवम्बर माह के बीच में कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी से कार्तिक शुक्ल द्वितीय में मनाया जाता है।

दिवाली के दिन किस देवी देवता की पूजा की जाती है?

दिवाली के पावन दिन में लोग भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा करते है। यह पूजा धन की प्राप्ति और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति के लिए की जाती है इसी के साथ लोग लक्ष्मी जी के घर में स्वागत के लिए रंगोली बनाते है।

दिवाली कितने दिन मनाई जाती है?

दिवाली का त्यौहार कुल 5 दिन तक होता है। दिवाली के पहले दिन धनतेरस होता है इस दिन लोग अपने घर में बर्तन या सोना चांदी लेते है कहा जाता ही कि इस दिन आभूषण लेने से बरकत आती है।
इसके दूसरे दिन नरक चतुर्थी मनाई जाती है कहा जाता है इस दिन श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। इस दिन को लोग छोटी दिवाली के रूप में मनाते है। इस दिन लोग अपने घरो में दिये जलाते है।
तीसरे दिन दिवाली का मैन त्यौहार मनाया जाता है। जिस दिन माँ लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है और घरों में रंगोली, पटाखे जलाये जाते है।
इसके चौथे दिन गोवेर्धन की पूजा की जाती है। इस दिन श्री कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से हुई भयंकर बारिश से लोगों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी एक छोटी अंगुली पर उठा लिया था। इस दिन महिलाएं घर के बाहर गोबर की पूजा करती है
इसके पांचवे और आखिरी दिन में भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और साथ ही उन्हें टीका लगाकर मिठाई खिलाती है और भाई अपनी बहन को उनकी रक्षा का वचन देते है।

क्या भारत के अलग-अलग राज्यों में दिवाली को एक ही रूप में मनाया जाता है

नहीं, हर एक राज्य के द्वारा अलग-अलग रूप में दिवाली के त्यौहार को मनाया जाता है।

हमने आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से दीपावली पर निबंध से जुडी सारी जानकारी विस्तारपूर्वक बता दी है। यदि आपको दिवाली पर निबंध से सम्बंधित जानकारी पसंद आयी हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। इससे सम्बंधित जानकारी अगर आपको पूछनी होगी तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालो का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

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