Gayatri Gopichand Biography in Hindi: आज इस लेख में हम भारत के महान बैडमिंटन खिलाडी और बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद की बेटी गायत्री गोपीचंद की बेटी के जीवन से जुडी बातें जानने वाले हैं। आपको जानकर ख़ुशी होगी कि पुलेला की बेटी भी उनके ही जैसी एक बैडमिंटन खिलाडी है। इस लेख में हम आज गायत्री गोपीचंद के जीवन और इनके खेल जीवन/बैडमिंटन करियर से जुडी बातें जानेगे।

Gayatri Gopichand Biography in Hindi
गायत्री भारत के पूर्व बैडमिंटन खिलाडी व वर्तमान समय के नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद की बेटी हैं। और वह भी अपने पिता के जैसे ही इसी क्षेत्र में अपने पिता व देश का नाम रोशन कर रही हैं। गायत्री ने साल 2022 में होने वाले आल इंग्लैंड ओपन 2022 वूमेंस डबल्स चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। इनके साथ इनकी जोड़ीदार तृषा जॉली थी। गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा जॉली की जोड़ी ने साथ में बैडमिंटन के इतिहास बदल दिया है। गायत्री और तृषा ने All England Badminton 2022 (ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप) में इस जोड़ी ने कोरिया की नंबर 2 की टीम को हराया और महिला युगल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश प्राप्त किया।
आपको बता दें भारत की इस बैडमिंटन जोड़ी ने आल इंग्लैंड बैडमिंटन के फाइनल/लास्ट 4 में अपनी जगह बनाई है। आपको बता दें की यह युगल वर्ग का मतलब यह उस मैच से जिसमे 2 खिलाडियों की जोड़ी खेल में भाग लेती है।
पूरा नाम | गायत्री गोपीचन्द पुलेला |
पेशा/व्यवसाय | भारतीय बैडमिंटन खिलाडी |
प्रसिद्धि का कारण | भारत के पूर्व बैडमिंटन खिलाडी व वर्तमान राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद और पी.वि.लक्ष्मी की बेटी हैं। |
शारीरक संरचना
बालों का रंग | काला |
लम्बाई | 5 फ़ीट 6 इंच |
आँखों का रंग | काला |
निजी जानकारी
जन्मतिथि | 4 मार्च 2003 |
उम्र | 19 साल 2022 के अनुसार |
जन्मस्थान | हैदराबाद, तेलंगाना |
गृहनगर | हैदराबाद, तेलंगाना |
राशि | मीन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
स्कूल | ग्लेनडेल अकादमी, हैदराबाद |
धर्म | हिन्दू |
बैडमिंटन कोच | पुलेला गोपीचंद, अनिल कुमार |
परिवार (Gaytri Gopichand Family)
दादा | पुलेला सुभाषचंद्र |
दादी | पुलेला सुब्बरावम्मा |
पिता | पुलेला गोपीचंद |
माता | पी.वी.वी. लक्ष्मी |
भाई-बहन | भाई- साईं विष्णु पुलेला (बैडमिंटन खिलाडी) |
प्रेम संबंध/वैवाहिक स्थिति
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
बॉयफ्रेंड (Boyfriend) | ज्ञात नहीं |
Gayatri Gopichand Favorite Things
पसंदीदा विषय | अंग्रेजी |
पसंदीदा बैडमिंटन खिलाडी | 1. Kento Momota जापानी बैडमिंटन खिलाडी 2. Tai Tzu-ying ताइवानी बैडमिंटन खिलाडी 3. Chen Long चाइनीज बैडमिंटन खिलाडी |
गायत्री गोपीचंद का जन्म परिवार और प्रारम्भिक जीवन (Gayatri Gopichand Family, Birth, Early Life)
गायत्री गोपीचंद का जन्म तेलंगाना, हैदराबाद में साल 2003 में हुआ, इनके पिता का नाम पुलेला गोपीचंद है और इनकी माता का नाम पी.वी.वी.लक्ष्मी है। गायत्री के पिता पुलेला गोपीचंद भारत के पूर्व बैडमिंटन खिलाडी और वर्तमान मुख्य बैडमिंटन कोच (Chief Badminton Coach India) हैं। और इनकी माता पी.वी.वी. लक्ष्मी 8 बार देश की राष्ट्रीय महिला बैडमिंटन चैंपियन व राष्ट्र्मंडल खेलों की विजेता रह चुकी हैं। साथ ही ये पूर्व ओलम्पियन भी रह चुकी हैं। और गायत्री के घर में उनका छोटा भाई साईं विष्णु पुलेला और उनके दादी-दादा भी हैं। गायत्री बचपन से ही ऐसे माहौल में रही है जहाँ पर उसका बैडमिंटन से गहरा संबंध रहा है। क्योंकि इनके माता-पिता दोनों ही इससे जुड़े हैं। और उनका भी इस परिवेश की और आकर्षित होना सामान्य बात है।

बचपन से ही खेलती हैं बैडमिंटन
हमेशा कहा जाता है की जैसे माहौल में हम रहते हैं हमारा मन भी ठीक वैसा ही हो जाता है। और यह बात होती भी सच है। आप जिस माहौल में रहोगे उसी में ढल जाओगे। इसी तरह गायत्री और उनके छोटे भाई साईं विष्णु भी बचपन से बैडमिंटन के खिलाडियों के बीच में रहे हैं। उनका पालन-पोषण भी इसी माहौल में हुआ है, जहाँ पर वो दूसरों को खेलते हुए देख कर बड़े हुए हैं। और फिर कम उम्र में ही वो दोनों बैडमिंटन खेलने लगे थे। इन दोनों भाई बहन ने उनके पिता और माँ क द्वारा चलाई जाने वाली पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में ही प्रशिक्षण लेते थे। यहाँ इनको भारत के कई बड़े-बड़े बैडमिंटन शटलरों को खेलते हुए देखने का अवसर भी मिलता जिससे इन्होने काफी प्रेरणा ली है।
इन दोनों गायत्री और उनके भाई साईं ने अपने पिता पुलेला गोपीचंद से तो बैडमिंटन का प्रशिक्षण लिया ही है साथ ही इनको अनिल कुमार ने भी प्रशिक्षण दिया है। जो कि इसी अकादमी में जूनियर खिलाडियों को प्रशिक्षण देते हैं।
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Gayatri Gopichand Career
गायत्री ने बैडमिंटन खेलना 7 साल की उम्र से ही शुरू कर दिया था। शुरूआती समय में वो केवल दूसरे लोगों को देख देख उत्साहित होकर खेला करती थी लेकिन धीरे-धीरे उनके मन में यही खेल बैठ गया और इन्होने बैडमिंटन में ही अपना करियर बनाने की ठान ली। जिसके बाद गायत्री गहन होकर खेलने लगी। आपको बता दें की 15 साल की उम्र तक वह अंडर-17 की नंबर 1 भारतीय खिलाडी थी। गायत्री ने जूनियर इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी खेला है जिसमे इनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। 2017 जूनियर विश्व चैंपियनशिप में गायत्री राउंड ऑफ़ 16 तक पहुंचीं। जिसके बाद इन्होने इंडोनेशिया में होने वाले पेम्बगुनन जाया राया इंटरनेशनल जूनियर के फाइनल मैच में भी पहुंची।
इस प्रकार से खेलों में भाग लेने और अच्छा प्रदर्शन करने के कारण साल 2018 में केवल 15 साल की उम्र में गायत्री ने सबसे कम उम्र की की भारतीय बैडमिंटन खिलाडी के रूप में जकार्ता 2018 एशियाई खेलों में हिस्सा लिया।