Babita Kumari Biography in Hindi: बबिता कुमारी फोगाट के बारे में तो देश का बच्चा बच्चा जानता है। बबिता और गीता फोगाट के ऊपर दंगल मूवी भी बनायी गयी है जिसमे दोनों बहनों की कहानी बतायी गयी है। बबिता के साथ उनकी 3 बहनों को हर कोई जानता है। बबिता फोगाट परिवार की दूसरी नंबर की बेटी है। जो कि भारत देश के लिए पहलवानी करती है और एक अच्छी भारतीय महिला पहलवान है। बता दें, बबिता ने साल 2014 में कमोनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल जीता था। चलिए जानते है बबिता फोगाट से जुडी सभी जानकारियां जैसे: बबिता फोगाट का जीवन परिचय, बबिता फोगाट कौन है, उम्र, अफेयर, बॉयफ्रेंड, करियर, शिक्षा, परिवार, Babita Kumari Biography in Hindi आदि के बारे में।
बबिता कुमारी फोगाट का जीवन, जन्मतिथि और परिवार (Babita Kumari Phogat Early Life, Birth & Family)
बबिता कुमारी फोगाट का जन्म 20 नवंबर 1989 को बलाली गांव, हरियाणा, भारत में हुआ था। वह इस समय 32 साल (Babita Kumari Phogat age) की है। वह एक हिन्दू जाट परिवार से संबंध रखती है। बबिता कुमारी के पिता का नाम महावीर सिंह फोगाट (Babita Kumari Phogat Father’s Name) है। बता दें, महावीर सिंह फोगाट एक भारतीय पहलवान एवं सीनियर ओलम्पिक कोच रहे है। इसके अलावा उनकी माँ का नाम शोभा कौर (Babita Kumari Phogat Mother’s Name) है जो कि एक हॉउस वाइफ है। उनकी तीन बहने है। जिनका नाम गीता फोगाट, ऋतू फोगाट और संगीता फोगाट है। बता दें, बबिता की तीनों बहने भारतीय महिला पहलवान है।
बबिता के पति का नाम विवेक सुहाग (Babita Kumari Phogat Husband Name) है। विवेक एक पहलवान और रेल कर्मचारी है। इसके अलावा उनका एक बेटा भी है जिसका नाम युवराज सुहाग है (Babita Kumari Phogat Son Name)
जीवन परिचय | |
नाम | बबिता कुमारी फोगाट |
व्यवसाय | भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान |
फेमस | पहलवान और सीनियर ओलंपिक कोच महावीर सिंह फोगाट की बेटी के नाते |
शारीरिक संरचना | |
हाइट | से० मी०- 162 मी०- 1.62 फीट इन्च- 5’ 3 ( (Babita Kumari Phogat height) |
वेट | 55 किलो |
बालों का रंग | काला |
आँखों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 20 नवंबर 1989 |
जन्मस्थान | बलाली गांव, हरियाणा, भारत |
आयु | 32 साल |
राशि | वृश्चिक (Scorpio) |
जाति | जाट |
धर्म | हिंदू |
होम टाउन | बलाली गांव, हरियाणा, भारत |
स्कूल | जानकारी नहीं है |
कॉलेज | महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक, हरियाणा |
शैक्षिक योग्यता | जानकारी नहीं है |
होब्बी | सिंगिंग, ट्रैवेलिंग, कुकिंग |
कुश्ती | |
केटेगरी | 55 किग्रा फ्रीस्टाइल |
इंटरनेशनल डेब्यू | 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल |
कोच | महावीर सिंह फोगाट |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | मैरिड |
बॉयफ्रेंड/पति | विवेक सुहाग (पहलवान) |
शादी की तारीख | 1 दिसंबर 2019 |
विवाह स्थान | बलाली, हरियाणा |
बच्चे | युवराज फोगाट |
बहने | गीता फोगाट (बड़ी, फ्रीस्टाइल पहलवान) संगीता फोगाट (छोटी, फ्रीस्टाइल पहलवान) ऋतु फोगाट (छोटी, फ्रीस्टाइल पहलवान) |
पसंदीदा चीजे | |
खाना | चूरमा |
एक्टर | आमिर खान, धर्मेंद्र, और शाहरुख खान |
क्रिकेटर | विराट कोहली |
धन/संपत्ति सम्बंधित विवरण | |
कार कलेक्शन | टोयोटा फॉर्च्यूनर कार टोयोटा इनोवा क्रिस्टा कार |
जानें बबिता कुमारी के बारे में
जैसा की हमने आपको बता ही दिया है कि बबिता एक महिला पहलवान है उन्होंने साल 2014 में कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल जीता था। इसके साथ उन्होंने 2010, 2018 में कामनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मैडल और साल 2012 में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रोंज मैडल जीता था। बता दें, उनकी बहन गीता और कजिन विनेश फोगाट भी कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल जीता है। बबिता कुमारी के परिवार को भारत में कुश्ती का पहला परिवार समझा जाता है।
बबिता कुमारी फोगाट की पसंदीदा चीजे (Babita Kumari Phogat Favourite Things)
बबिता कुमारी फोगाट की पसंदीदा चीजों की यदि बात की जाएं तो उन्हें खाने में चूरमा बहुत ही ज्यादा पसंद है उनके फेवरेट अभिनेता आमिर खान, धर्मेंद्र, और शाहरुख खान है साथ ही बबिता का पसंदीदा क्रिकेटर विराट कोहली है।
बबिता कुमारी फोगाट से जुड़े विवाद
बता दें, साल 2018 में बबिता, गीता और उनकी छोटी बहनें संगीता और ऋतू के साथ लखनऊ में नेशनल कैंप से बाहर कर दिया था। WFI President ब्रिज भूषण शरण सिंह ने PTI से कहा कि नेशनल कैंप के लिए चुने गए पहलवानो से तीन दिनों के अंदर शिविर में फिजिकल रूप से रिपोर्ट करने की उम्मीद है। यदि उन्हें को समस्या है तो वह वह जाएँ और कोचों को इसकी जानकारी दें और इसका सलूशन निकाल लें। लेकिन बबिता व अन्य 13 लोगों ने ऐसा नहीं किया और उन्होंने कम्यूनिकेट ही किया जिसके बाद WFI ने उन्हें घर में ही एन्जॉय करने को कहा।
बबिता कुमारी का करियर (Babita Kumari Carrier)
बबिता कुमारी फोगाट के करियर की बात की जाएं तो उन्होंने अपनी कुश्ती करियर की शुरुवात साल 2009 में कामनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप से की थी जिसमे उन्होंने महिलाओं की केटेगरी में 51 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में गोल्ड मैडल जीता था। बता दें वह 53-55 किलोग्राम वर्ग केटेगरी में देश की टॉप पहलवानों में से एक रही है और इंटरनेशनल एरियाज में असाधारण रूप से अच्छा परफॉर्म किया था।
बबिता कुमारी फोगाट से जुड़ी अन्य सभी जानकारियाँ
- बता दें, बबिता कुमारी फोगाट एक भारतीय फ्री स्टाइल पहलवान और पॉलिटिशियन है। बता दें, बबिता भारत देश की बबिता सबसे कुशल महिला पहलवानों में से एक है।
- बबिता का जन्म हरियाणा के बलाली गांव में एक फेमस भारतीय पहवान और सीनियर ओलिंपिक कोच महावीर सिंह फोगाट के घर में हुआ।
- बता दें बबिता कुमारी फोगाट को अपनी बहनों की तरह बचपन से कुश्ती का बहुत शोक था।
- बबिता ने पहलवानी की ट्रेनिंग अपने पिता महावीर सिंह फोगाट और अपनी बहनों गीता, ऋतू और संगीता के साथ प्राप्त की।
- महावीर सिंह फोगाट ने अपनी दो बेटियों बबिता और गीता को कॉमन वेल्थ गेम्स के लिए ट्रेनिंग देने के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी।
- बता दें बबिता के दादा जी मान सिंह भी एक पहलवान थे उनका कजिन दुष्यंत भी एक पहलवान है और साथ ही उनकी चचेरी बहने प्रियंका और विनेश फोगाट भी एक पहलवान है।
- बता दें, भारत की शान कर्णम मल्लेश्वरी द्वारा ओलंपिक्स में मैडल जीतने के बाद महावीर सिंह फोगाट ने उनसे इंस्पायर्ड होकर अपनी बेटियों को भी रेसलर बनाने का फैसला लिया। जिसके बाद महावीर ने यह बताया कि “सभी ने कहा कि में अपनी लड़कियों को ट्रेनिंग देकर अपने गांव को शर्मसार कर रहा हूँ लेकिन मैंने सोचा यदि एक महिला देश की पीएम हो सकती है तो वह पहलवान क्यों नहीं हो सकती ”
- बबिता के पिता कुश्ती की शुरुवाती दिनों में उसे और गीता फोगाट को सभा 3.30 बजे उठा देते थे और उन्हें अखाड़े में 3 या 4 घंटे रेसलिंग का अभ्यास करवाते थे। वह दिन में स्कूल जाती थी और श्याम को स्कूल से आने के बाद दोबारा कुश्ती की प्रैक्टिस करवाते थे क्यूंकि उस टाइम कोई भी लेडीज रेसलर नहीं था इसलिए उनके पिता उनकी कुश्ती लड़को से करवाते थे।
- एक इंटरव्यू में फोगाट सिस्टर ने यह खुलासा किया कि केवल उनके ट्रेनिंग पर ध्यान देने के लिए उनके पिता ने उन्हें कोई भी मेकअप नहीं लगाने का आदेश दिया था। साथ ही बबिता और गीता को छोटे बाल रखने की हिदायत भी दी थी।
- जानकारी के लिए बता दें, बबिता और उसकी बड़ी बहन गीता ने अपने गांव और पिता से ट्रेनिंग लेने के बाद पटियाला में नेशनल गेम्स एकेडमी में एडमिशन लिया था।
- साल 2010 में कॉमन वेल्थ गेम्स के समय बबिता कुमारी फोगाट के हाथ का ऑपरेशन हुआ था जिसके बाद बबिता को ट्रायल से 4 दिन पहले हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गयी जिसके बाद उन्होंने टूर्नामेंट में सिल्वर मैडल जीता।
- बता दें, साल 2010 में बबिता कुमारी फोगाट ने दिल्ली कॉमन वेल्थ गेम्स में सिल्वर मैडल जीतने के बाद काफी लोकप्रियता हासिल की।
- बबिता ने 2012 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज़ मैडल जीतने वाली भारत की दूसरी महिला पहलवान बनी और पहली ब्रॉन्ज़ मैडल जीतने वाली पहलवान उनकी बहन गीता थी।
- बबिता को साल 2013 में हरियाणा सरकार ने उन्हें 2010 कॉमन वेल्थ गेम्स में आउटस्टैंडिंग परफॉरमेंस के लिए हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर की पोस्ट से सम्मानित किया गया था।
- साल 2014 में बबिता ने ग्लासगो कॉमन वेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
- बबिता ने साल 2016 में रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया। क्वालीफाई करने वाली देश की चौथी महिला पहलवान बनी थी लेकिन वह रियो में मेडल जीत नहीं स्की और पहले राउंड में ही हार गयी।
- बबिता ने एक इंटरव्यू में यह बताया था कि उनके पिता उन्हें ट्रेंड करने में काफी कठोर रहे जैसे दंगल मूवी में दर्शाया गया था। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि उनके पिता ने इतना स्ट्रिक्ट रूटीन बनाया था।
- साल 2019 में बबिता ने अपने प्रेमी और पति विवेक सुहाग के साथ डांस रियलिटी शो नच बलिये 9 में पार्टिसिपेट किया।
- खास बात तो यह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी बबिता कुमारी की उपलब्धियों की तारीफे कर चुके है।
- बबिता ने एक इंटरव्यू के समय यह बताया है कि उनके गांव में हालत बहुत ही खराब है कि उनकी माँ के साथ अन्य महिलाएं बहुत पहले से घूँघट में रही। बता दें जब फोगाट बहने फेमस हुई तो उन्होंने अपनी माँ से भी घूंघट हटाने के लिए कहा लेकिन उनके गांव की किसी अन्य महिला में ऐसा करने की हिम्मत नहीं हुई।
- साल 2019 में बबिता ने खेल खोते के जरिये हरियाणा पुलिस में DSP के रूप में प्रमोट करने के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट एक याचिका (पेटिशन) दायर की। लेकिन बता दें, कोर्ट ने उनकी याचिका को ख़ारिज कर दिया।
- बबिता और उनके पिता 12 अगस्त 2019 में बीजेपी पार्टी में शामिल हुए।
- बबिता कुमारी ने पीएम नरेंद्र मोदी के अपील के बाद कोविड से निपटने के लिए अपने प्राइवेट फण्ड से एक लाख रुपये पीएम केयर फण्ड में दान दिया था।
- बबिता और विवेक सुहाग ने बेटी बचाओं और बेटी पढ़ाओं कैंपेन को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ अपना फेरा पूरा किया और साथ ही एक-एक पौधा लगाकर एनवायरनमेंट को बचने का संकल्प लिया।
- बता देते है, बबिता ने हरियाणा पुलिस में SI की नौकरी छोड़कर अक्टूबर 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में दादरी विधानसभा क्षेत्र से इलेक्शन लड़ा लेकिन वह इस चिनाव को निर्दलीय नेता सोमवीर से हार गयी।
तो दोस्तों ये थी बबिता कुमारी फोगाट के जीवन से जुडी थोड़ी बहुत जानकारी। उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आएगी और ऐसी ही जानकारी जानने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे।