Indian Army Rank List in Hindi: जैसा की आप सभी जानते है कि देश में कई ऐसे युवा नागरिक है जो अपने देश की रक्षा करने के लिए आर्मी में जाना चाहते है। इंडियन आर्मी में भर्ती होने का सपना लाखों युवाओं का लेकिन लेकिन इसमें कुछ ही नागरिकों को चांस मिलता है। ये तो आप सभी जानते ही है कि इंडियन आर्मी हमारे देश की सबसे बड़ी और रिस्पेक्टेड आर्मी है। जो देश की सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर तैनात रहती है और इमरजेंसी में हमेशा हमारे साथ खड़ी रहती है। हमारे भारतीय सेना में कुल 14 लाख से अधिक जवान शामिल है। आज के समय में आर्मी वाले युवाओं को कई सारी सुविधाएं दी जाती है जिसके कारण कई युवा भी इसमें शामिल होना चाहते है।

बता देते है हमारे देश भारत में 3 तरह की आर्मी जैसे: जल सेना (Navy), थल सेना(army) और वायु सेना (Airforce) है जो देश को चारो तरफ से दुश्मनों से बचाती है। भारत के प्रेसिडेंट आर्मी के सुप्रीम कमांडर भी होते है उनका मैन उदेश्य देश को बाहरी आतंक से बचाना और बॉर्डर में अन्य देश की आर्मी के साथ शांति बनाये रखना है। लेकिन की आप जानते है आर्मी में अलग-अलग रैंक और अलग-अलग पद होते है और उन्ही पोस्ट के अनुसार आर्मी जवान अपना अपना काम करते है। चलिए आज हम आपको इंडियन आर्मी में पद और रैंक (Indian Army Rank List in Hindi), indian army officer ranks के बारे में बताने जा रहे है। जानकारी जानने के लिए आप हमारे द्वारा दिए गए लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
इंडियन आर्मी में पद और रैंक लिस्ट (Indian Army Rank List in Hindi)
जानकारी के लिए बता दें, कि इंडियन आर्मी को टॉप फाइव आर्मी में से एक माना जाता है। भारतीय सेना में कुल 17 रैंक होते है और यह रैंक तीन कैटेगरी में बांटे गए है। भारतीय सेना जितने भी युवा सैनिक है उन्हें उनकी रैंक और पोस्ट के हिसाब से ही सैलरी प्रदान की जाती है। यानि जो जवान जितने बड़े पोस्ट में होगा उसकी सैलरी उतनी ही ज्यादा होगी। इंडियन आर्मी की तीन केटेगरी इस प्रकार से है :
- कमिश्नर ऑफिसर (Commissioner Officer)
- जूनियर कमिशनर ऑफिसर (Junior Commissioner Officer)
- नॉन कमिश्नर ऑफिसर (Non commissioned officer)
Indian Army Rank List 2023 In Hindi
भारतीय सेना के सभी पोस्ट को 2 पार्ट में बांटा गया है इसमें एक सीनियर पोस्ट और जूनियर पोस्ट के पद शामिल है। हम आपको यहाँ भारतीय सेना में पद और रैंक लिस्ट हिंदी (Indian Army Rank And Post List 2023) विस्तारपूर्वक प्रदान करने जा रहे है । अगर आप भी Indian Army Rank List 2023 In Hindi से जुडी जानकारी जानना चाहते है तो आप हमारे द्वारा दी गयी टेबल को ध्यानपूर्वक पढ़े।
1. फील्ड मार्शल (Field Marshal)
कमीशंड ऑफिसर रैंक की यदि बात की जाएं तो इसमें सबसे पहली पोस्ट फील्ड मार्शल की होती है। यह पद इंडियन आर्मी में सबसे बड़ा पद होता जिसे सम्मान के रूप में दिया जाता है। फील्ड मार्शल इंडियन आर्मी की 5 स्टार वाली रैंक है। बता दें, यह सिरोमोनियल और ओवरटाइम रैंक है।
फील्ड मार्शेल का टाइटल आर्मी सर्विस पूरी होने के बाद भी रहती है। प्रेजेंट समय में सेना ने इस पोस्ट को खत्म कर दिया। इस पोस्ट की पहचान इसके 5 स्टार, राष्ट्रीय चिन्ह और क्रॉस बैटन पर खिलते कमल की माला के अंदर तलवार है। यह पद लड़ाई के समय उनकी बहादुरी के लिए दी जाती है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अभी तक फील्ड मार्शल का पद केवल दो 2 को मिला है जिनका नाम है:
- Sam ManekShaw : पद मिला 1 जनवरी 1973 को
- K M Cariappa : पद मिला 15 जनवरी 1986 को

2. जनरल (General)
जनरल फील्ड मार्शल के बाद आने वाली दूसरी बड़ी रैंक है लेकिन जैसा की हम आपको बता चुके है कि फील्ड मार्शल की रैंक सबसे बड़ी रैंक थी लेकिन अब इसे आर्मी ने रेगुलर स्ट्रक्चर में इस्तेमाल ना होने के कारण इसे खत्म कर दिया था जिसके बाद अब जनरल ही इंडियन आर्मी की सबसे बड़ी रैंक मानी आती है। जानकारी के लिए बता दें, जनरल की रैंक चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ और आर्मी के सेनाध्यक्ष को प्रदान किया जाता है।
जनरल के पद की पहचान की बात की जाएं तो इस बैच में 4 स्टार बने है। जनरल ऑफिसर के कंधे पर इस बैच पर 5 पॉइंट वाला एक गोल्डन स्टार, अशोक चिन्ह और क्रॉस बैटन (क्रॉस की गयी तलवार) बनी है।

3. लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General)
लेफ्टिनेंट जनरल की पोस्ट जनरल के बाद आती है यह सेना की सबसे दूसरी रैंक होती है। लेफ्टिनेंट जनरल ऑफिसर इंडियन आर्मी का नेतृत्व करती है जिसके अंडर 60 से 70 हजार सैनिक होते है। जानकारी के लिए बता दें, लेफ्टिनेंट जनरल को 36 साल की कमीशन सर्विस के बाद सेलेक्ट किया जाता है। बता दें लेफ्टिनेंट जनरल Vice Chief Of Army Staff या Army Commander की पोस्ट भी संभल सकते है।
यदि बात की जाएं लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के पहचान की तो इसमें लाल रंग की आउटलाइन के साथ गोल्डी रंग का राष्ट्रीय चिन्ह , बैटन और क्रॉस तलवार है और साथ ही इस बैज पर पर 3 स्टार लगे हुए होते है। लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर ऑफिसर को 60 साल बाद रिटायर कर दिया जाता है।

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4. मेजर जनरल (Major general)
लेफ्टिनेंट जनरल के बाद आते है मेजर जनरल की रैंक। मेजर जनरल के पद पर तैनात अधिकारी के दोनों सोल्डर पर एक कैंची और क्रॉस में डंडे लगे रहते है और साथ ही इसके बीच एक स्टार भी लगा हुआ है। अधिकारी के दोनों कलेर पर दो स्टार लगे हुए रहते है। आपको मजेर जनरल बनने के लिए 32 सालों का सर्विस होना जरुरी है। इस पद पर प्रमोशन सिलेक्शन के जरिये होता है।
बता दें, मेजर जनरल डिवीजन के कमांडर के रूप में काम करते है मेजर जनरल 10 हजार से 16 हजार सैनिकों का नेतृत्व करते है। मेजर जनरल पद पर ऑफिसर को 58 साल बाद रिटायर कर दिया जाता है।

5. ब्रिगेडियर (Brigadier)
अगर बात की जाएं ब्रिगेडियर कि तो यह मेजर जनरल की रैंक के बाद चौथी सबसे बड़ी रैंक है। इस पद का प्रमोशन सिलेक्शन के माध्यम से किया जाता है। ब्रिगेडियर की वर्दी पर सोल्डर में एक अशोक स्तंभ और तीन स्टार लगे हुए है। यह रैंक उसी अधिकारी को मिलती है जिसने 25 साल की कमीशन सेवा की होगी। इस रैंक पर ऑफिसर्स 56 साल तक सर्विस करते है जिसके बाद वह रिटायर हो जाते है।

6. कर्नल (Colonel)
कर्नल भारतीय सेना की 5वें नंबर की रैंक है। यह रैंक एक सीनियर कमिशनड ऑफिसर की रैंक है। कर्नल अधिकारी की वर्दी में उनके सोल्डर पर गोल्डन रंग का अशोक स्तंभ के साथ दोनों कंधो पर दो स्टार लगे हुए है इसी के साथ अधिकारी के कलर में मैहरून रंग का पैच भी है।
जानकारी के लिए बता दें, यह रैंक इंडियन नेवी और इंडियन एयर फाॅर्स के कैप्टन के बराबर है और यह पद कर्नल हाइएस्ट और सेकंड हाइएस्ट फील्ड है। इसमें आपको 15 साल तक की सेवा करनी जरुरी है तभी आप कर्नल बन सकते है। कर्नल पद पर ऑफिसर को 54 साल बाद रिटायर कर दिया जाता है।

7. लेफ्टिनेंट कर्नल (Lieutenant Colonel)
यदि आप सीनियर कमिशनड ऑफिसर की रैंक में आना चाहते है तो बता दें, लेफ्टिनेंट कर्नल सीनियर ऑफिसर बनने की पहली सीढ़ी है। यह रैंक मेजर से बड़ी रैंक होती है। इस रैंक में आने के लिए जवान को 13 साल की कमिशनड सर्विस को पूरा करना जरुरी है जिसके बाद ही जवान का प्रमोशन इस रैंक के लिए होता है।
यदि बात करें लेफ्टिनेंट कर्नल के पहचान की तो लेफ्टिनेंट कर्नल के बैज पर एक राष्ट्रीय चिन्ह और 5 पॉइंट वाला स्टार होता है। इसी के साथ इस पोस्ट के लिए पार्ट-डी का पेपर पास करना जरुरी है।

8. मेजर (Major)
मेजर की रैंक कैप्टन से बड़ी और लेफ्टिनेंट कर्नल से छोटी रैंक होती है। यह इंडियन आर्मी की सातवीं बड़ी पोस्ट है। मेजर की रैंक किसी भी ऑफिसर के लिए बहुत ही नार्मल मानी जाती है। इस पद पर प्रमोशन पाने के लिए आपकी 6 सालों की सर्विस होनी जरुरी है।
यदि बात करें मेजर की पहचान की तो मेजर के बैज पर एक गोल्डन रंग का राष्ट्रीय चिन्ह है। इसी के साथ इस पोस्ट के लिए पार्ट-बी का पेपर पास करना जरुरी है।

9. कैप्टन (Captain)
कैप्टन की रैंक मेजर के बाद आती है। कैप्टन रैंक कमीशंड होने के 2 साल की सर्विस के बाद समय सीमा के बेस्ड पर दी जाती है। यदि इस रैंक की बात की जाएं तो कैप्टेन के बैज पर 3 स्टार बने होने है। कैप्टन बनने के लिए 2 साल तक की मिलिट्री सर्विस और सभी नियमो का पालन करना जरुरी है। तभी आप कैप्टन बन सकते है।

10. लेफ्टिनेंट (Lieutenant)
कमीशंड होने के बाद लेफ्टिनेंट इंडियन आर्मी में मिलने वाली पहली रैंक है। एक ऑफिसर बनने की शुरुवात ही लेफ्टिनेंट रैंक से होती है। यह सभी जूनियर रैंक से बड़ी रैंक होती है और यह सभी अपने से जूनियर पोस्ट वाले ऑफिसर को आदेश दे सकते है।
यदि लेफ्टिनेंट पद की पहचान की बात की जाएं तो लेफ्टिनेंट की वर्दी पर गोल्डन कलर के 2 स्टार लगे होते है बता दें, लेफ्टिनेंट IMA, OTA से ट्रेनिंग लेते है इसके बाद उन्हें लेफ्टिनेंट की रैंक मिलती है जिसके बाद वह आगे प्रमोशन के लिए भी एग्जाम दे सकते है।

जूनियर कमीशन अधिकारी – JUNIOR COMMISSIONED OFFICERS
11. सूबेदार मेजर (Subedar Major)
जूनियर कमीशंड ऑफिसर्स रैंक की बात की जाएं तो सूबेदार मेजर जूनियर अधिकारी पद में सबसे हाई लेवल की रैंक है। सूबेदार मेजर रैंक को जूनियर कमीशंड ऑफिसर की लास्ट सीढ़ी कह सकते है क्यूंकि इसके बाद यदि आपको रैंक मिलती है तो आप सीनियर कमीशंड ऑफिसर में शामिल हो जाते है।
बता दें, सूबेदार मेजर 34 साल की सर्विस करके रिटायर कर दिए जाते है। यदि इस रैंक की पहचान की बात करें तो इसकी वर्दी में एक गोल्डन कलर का अशोक स्तंभ (राष्ट्रीय चिन्ह) के साथ लाल और पीले रंग की पट्टी होती है।

12. सूबेदार (Subedar)
सूबेदार की रैंक नायब सूबेदार से बड़ी रैंक है। यह जूनियर कमीशंड ऑफिसर की केटेगरी में शामिल है। सूबेदार की वर्दी पर 2-2 स्टार लगे होते है और दो लाल स्ट्रिप के बीच एक पीले रंग की स्ट्रिप होती है। यह केवल 52 साल तक सर्विस कर सकते है। बता दे, 30 साल की सर्विस के बाद JCO पद पर सूबेदार रैंक पर तैनात ऑफिसर रिटायर हो जाता है।

3. नायब सूबेदार (Naib Subedar)
नायब सूबेदार जूनियर कमीशंड ऑफिसर की पहली सीढ़ी है। सूबेदार के बाद नायब सूबेदार की रैंक होती है। नायब सूबेदार की पहचान यह होती है कि इनकी वर्दी में 5 मुख वाला स्टार होता है साथ ही इसमें लाल और पीले रंग की पट्टी होती है। इस रैंक के अधिकारी 28 साल की सेवा करने के बाद रिटायर हो जाते है।

नॉन कमिश्नर ऑफिसर Non commissioned officer
14. हवलदार (Havaldar)
हवलदार को नॉन कमीशंड ऑफिसर की केटेगरी में शामिल किया जाता है। जितने भी सिपाही होते है उनके प्रमोशन के आधार पर इसका सेलक्शन किया जाता है। नॉन कमीशंड ऑफिसर में सबसे बड़ा पद हवलदार का होता है। इनकी वर्दी पर लाल पीले रंग की तीन स्ट्रिप्स लगी होती है जो कि V शेप की होती है। जानकारी के लिए बता दें, हवलदार का रिटायरमेंट 24 साल की सर्विस के बाद कर दिया जाता है।

15. नायक (Nayak)
नायक की रैंक हवलदार के बाद और लांस नायक से बड़ी होती है। इनकी वर्दी पर V शेप की 2 स्ट्रिप्स होती है। यदि बात की जाएं इनके रिटायरमेंट की तो नायक का रिटायरमेंट 22 साल की सर्विस पूरी होने के बाद हो जाता है।

16. लांस नायक (Lance Nayak)
यदि बात की जाएं लांस नायक कि तो नायक के बाद यह छोटा पद होता है। इनके लेफ्ट साइड में एक स्ट्रिप होती है। लांस नायक का रिटायरमेंट 22 साल की सर्विस पूरी होने के बाद हो जाता है।

17. सिपाही (Sipahi)
सिपाही रैंक नॉन कमीशंड ऑफिसर की सबसे छोटी पोस्ट होती है। सिपाही रैंक वालों की वर्दी में किसी तरह का सिंबल या चिन्ह नहीं होता। उनकी यूनिफार्म में केवल उनके रेजिडेंट का सिंबल होता है। इनका रिटायरमेंट 20 साल की सर्विस पूरी होने के बाद हो जाता है।
भारतीय सेना से जुडी जानकारी जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट http://joinindianarmy.nic.in है।
इंडियन आर्मी को तीन श्रेणी में बांटा गया है जैसे –
कमिश्नर ऑफिसर, जूनियर कमिशनर ऑफिसर, नॉन कमिश्नर ऑफिसर
जी हां, इंडियन आर्मी की केटेगरी के अंतर्गत अलग-अलग रैंक होते हैं।
इंडियन आर्मी में कुल 17 पद होते है।
ब्रिगेडियर रैंक में तैनात सैनिक कर्मी को 56 साल में रिटायर किया जाता है।
इंडियन आर्मी में सैनिक के व्यवहार, प्रदर्शन, उसके अनुशाषण और साहस के चलते सैनिकों का प्रोमोशन होता रहता है. इसके अलावा कुछ पोस्ट को पाने के लिए भारतीय सेना कई एग्जाम करवाती है और एग्जाम पास करने के बाद ही उन्हें रैंक प्राप्त होती है।
फील्ड मार्शल की उपाधि देश में केवल अभी तक दो आर्मी ऑफिसर्स को ही मिली थी।
भारतीय सेना में सबसे बड़ी रैंक जनरल यानि आर्मी चीफ की होती है।
वर्तमान समय में इंडियन आर्मी के सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे हैं जिन्होंने 30 अप्रैल 2022 में देश के नए सेना अध्यक्ष का कार्यभार संभाला है।
भारतीय सेना में 7 कमांडो आर्गेनाईजेशन है।
भारत के प्रथम सेनाध्यक्ष श्री राजेंद्र सिंह जडेजा थे।
मेजर बनने के आप को UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली NDA परीक्षा को पास करना पड़ेगा वही ग्रेजुएट स्टूडेंट को इसके लिए CDS exam को क्वालीफाई करना पड़ता है।
भारतीय सेना में ज्वाइन करने के लिए उम्मीदवार की आयु 17.5 वर्ष से लेकर 23 वर्ष तक होनी चाहिए।
भारतीय सेना में शामिल होने के लिए जरुरी दस्तावेज जैसे शैक्षिक प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, 6 महीने के अंदर पुलिस द्वारा जारी किया गया चरित्र प्रमाण पत्र, NCC A/B/C Certificate आदि होने चाहिए। इसके अलावा इससे अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते है।
हमने आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से इंडियन आर्मी में पद और रैंक से सारी जानकारी विस्तारपूर्वक बता दी है। यदि आपको इंडियन आर्मी में पद और रैंक से सम्बंधित जानकारी पसंद आयी हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। इससे सम्बंधित जानकारी अगर आपको पूछनी होगी तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालो का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।