Indian Police Ranks: जैसा की आप सभी जानते है कि देश में कई ऐसे युवा नागरिक है जो अपने देश की रक्षा करने के लिए पुलिस में जाना चाहते है। पुलिस विभाग में भर्ती होने का सपना लाखों युवाओं का लेकिन लेकिन इसमें कुछ ही नागरिकों को चांस मिलता है। ये तो आप सभी जानते ही है कि हर साल लाखो युवा पुलिस भर्ती का इंतजार करते है और तैयारी करते है। लेकिन क्या आप जानते है पुलिस विभाग में भी कई सारी केटेगरी और पोस्ट होती है। भारत देश में सभी राज्य के पुलिस की यूनिफार्म खाकी रंग की होती है ऐसे में आपको थोड़ा यह पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा पुलिस अधिकारी किस पोस्ट पर है।

ये तो आप जानते ही है कि पुलिस की किसी यूनिफार्म में तो स्टार और तलवार के क्रॉस रहते है लेकिन किसी में नहीं होते यानी कि उनमे स्टार नहीं लगे होते ऐसे में कैसे आप पुलिस की रैंक पहचान कर सकते है। चलिए आज हम आपको अपने आर्टिकल के जरिये पुलिस रैंक लिस्ट 2023, पुलिस की वर्दी और रैंक कैसे पहचानें, Indian Police Ranks के बारे में बताने जा रहे है। जानकारी जानने के लिए आप हमारे द्वारा दिए गए लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
पुलिस रैंक लिस्ट 2023 (Police Rank)
पुलिस विभाग भारत देश में सबसे इम्पोर्टेन्ट डिपार्टमेंट है। स्टेट लिस्ट में आने वाला पुलिस डिपार्टमेंट राज्य के कानून और व्यवस्था को बनाये रखने के लिए बनाया गया है। पुलिस का काम आये दिन जीवन में लोगों की सेवा करना है। पुलिस विभाग में छोटे पद से लेकर बड़े पद तक के अलग-अलग बैच और रैंक होते है जिसका पता होना सभी के लिए बहुत जरुरी है।

भारत के सभी राज्यों में पुलिस विभाग सबसे महत्वपूर्ण सरकारी विभाग में शामिल किया जाता है। राज्य सूची में आने वाला पुलिस विभाग राज्य में कानून एवं व्यवस्था को बनाये रखने के लिए जिम्मेदार विभाग है ऐसे में प्रतिदिन के जीवन में नागरिको की सेवा में पुलिस विभाग की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। देश में सभी राज्यों में पुलिस की वर्दी का कलर खाकी होता है ऐसे में हमे अकसर पुलिस कर्मी के पद एवं रैंक की पहचान करना मुश्किल होता है।
आर्टिकल | पुलिस रैंक लिस्ट |
साल | 2023 |
विभाग | पुलिस |
कुल पद | 16 |
आधिकारिक वेबसाइट | police.gov.in |
पुलिस की वर्दी पर स्टार का मतलब
बता दें, पुलिस की यूनिफार्म पर जो भी स्टार लगा होगा वह उनकी पोस्ट की पहचान होती है। जी हां, स्टार का यही अर्थ है कि वह किसी पोस्ट पर काम कर रहे है उनकी क्या रैंक है। हर पोस्ट के लिए अलग-अलग बैच भी दिए जाते है। उन बैच पर अलग-अलग रंग की पत्तिया भी लगी होती है। इसी के साथ हर एक अलग-अलग चिन्ह होते है। पुलिस अधिकारी को उनकी रैंक के अनुसार ही काम दिया जाता है।
Indian Police Ranks-2023
- Director Of Intelligence Bureau (DIB)- डायरेक्टर ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो
- Director General Of Police (DGP)- पुलिस महानिदेशक
- Additional Director General of Police (ADGP)- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक
- Inspector General of Police (IG)- पुलिस महानिरीक्षक
- Deputy Inspector General of Police (DIG)- पुलिस उपमहानिरीक्षक
- Senior Superintendent of Police (SSP)- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
- Superintendent of Police (SP)- पुलिस अधीक्षक
- Additional Superintendent of Police (Add. SP)- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
- Assistant Superintendent of Police (ASP)- सहायक पुलिस अधीक्षक
- Deputy Superintendent of Police (DSP)- डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस
- Police Inspector (PI)- पुलिस निरीक्षक
- Sub-Inspector (SI)- उप निरीक्षक
- Assistant Sub-Inspector (ASI)- सहायक सब इंस्पेक्टर
- Head Constable (Havildar)- हेड कॉन्स्टेबल
- Senior Constable (Lance Naik)- वरिष्ठ कांस्टेबल
- Police Constable (PC)- पुलिस कांस्टेबल
पुलिस रैंक लिस्ट
डायरेक्टर ऑफ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो (DIRECTOR OF INTELLIJEANS BUREAU)
डीआईबी खुफिया एजेंसी (Intelligence Agency) के डायरेक्टर होते है। जिनका सबसे बड़ा पद होता है और इनकी यूनिफार्म की बात करें तो इनकी यूनिफार्म पर अशोक स्तम्भ, तलवार, और एक स्टार होता है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) Director General of Police (DGP)
डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस की पोस्ट पुलिस विभाग में सबसे है हाई पोस्ट होती है। इस पोस्ट पर जो भी अधिकारी तैनात होता है उसे डिपार्टमेंट का हाईएस्ट अथॉरिटी ऑफिसर कहा जाता है। यह विभाग की सबसे Highest Police Rank है। DGP को एडिशनल ऑफ़ पुलिस कमिश्नर भी कहा जाता है। इनका काम अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को पूरी तरह जिम्मेदार बनाना है।
यदि आप DGP बनना चाहते है तो आपको DGP बनने के लिए व्यक्ति को ग्रेजुएट होना आवश्यक है साथ ही आपका UPSC क्लियर करना अनिवार्य है। इनके बैच की बात करें तो इनके बैच पर आईपीएस (IPS) लिखा होता है और साथ ही इनकी यूनिफार्म में अशोक स्तंभ और तीन स्टार लगे होते है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) Additional Director General of Police (ADGP)
ADGP की पोस्ट DGP से नीचे की पोस्ट है यह भी एक आईपीएस ऑफिसर होते है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस को राज्यों के एरिया हेड के रूप में अप्पोइंट किया जाता है। यह पुलिस डिपार्टमेंट में उप-महानिदेशक की पोस्ट होती है। यह पोस्ट DGP की मदद के लिए बनाया गया है
ADGP ऑफिसर के यूनिफार्म के पहचान की यदि बात करें तो इनकी यूनिफार्म में तीन स्टार होते है साथ ही वर्दी के दोनों तरफ अशोक चिन्ह , क्रॉस में लगी तलवार बनी होती है और इसी के नीचे वर्दी पर आईपीएस का बैच होता है।

पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) Inspector General of Police (IGP)
किसी भी राज्य के पुलिस विभाग में आईजी आफिसर तीसरा सबसे ऊंचा पद होता है। इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस आईपीएस का अधिकारी होता है। IG को पुलिस महानिरक्षक के नाम से भी जाना जाता है। आईजी आफिसर के पद का सिलेक्शन आईपीएस (IPS) की परीक्षा द्वारा ही किया जाता है।
इनकी वर्दी पर एक तलवार और स्टार रहता है। और बैज में आईपीएस लिखा होता है। आईजी ऑफिसर का काम सर्किल लेवल (मंडल स्तर) पर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी लेनी है। जानकारी के लिए बता दें, IG पद पर नियुक्ति DIG से प्रमोशन मिलने के बाद मिलता है।

डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DIG)
DIG का पद SSP से ऊपर का होता है। डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस को उपमहानिरक्षक भी कहा जाता है। इसी के साथ इसे साथ ही एडिशनल ऑफ़ पुलिस कमिश्नर भी कहा जाता है। बता दें, DIG किसी तरह की पोस्ट नहीं है इसमें केवल वही IPS ऑफिसर एप्पोइंट किया जाता है जिनको एक्सपीरियंस होगा और जिनको सुप्रीडेंट ऑफ़ पुलिस (SP) और सीनियर सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) की पोस्ट पर लम्बे समय तक काम किया होगा।
DIG को पुलिस डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स का इंस्पेक्शन (निरिक्षण) करने की फुल अथॉरिटी होती है। DIG पद की पहचान की यदि बात की जाएं तो इसके यूनिफार्म में दोनों साइड अशोक स्तंभ के साथ 3 सिल्वर स्टार होते है और इनके नीचे आईपीएस का बैच लगा होता है।

सीनियर सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP)
सीनियर सुप्रीडेंट ऑफ़ पुलिस की पोस्ट SP से ऊँची पोस्ट है। इसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी कहा जाता है। SSP को देश के बड़े बड़े शहरों में एप्पोइंट किया जाता है। इनके अंडर पर पूरा डिस्ट्रिक्ट आता है। SP को लम्बे समय के बाद प्रमोशन मिलता है जिसके बाद वह एसएसपी पद पर तैनात होते है।
इनकी पहचान की बात करें तो इनकी यूनिफार्म में अशोक स्तंभ और 2-2 स्टार लगे होते है। कही जगह पर एसएसपी को DCP भी कहा जाता है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) Superintendent of Police (SP)
एसपी की पोस्ट एसएसपी से नीचे आती है। इसे कही जगह DCP नाम से भी जाना जाता है। यदि डिस्ट्रिक्ट लेवल पर पुलिस विभाग की सबसे बड़े अधिकारी की बात करें तो SP की पोस्ट होती है इसका काम जिले में क़ानून और व्यवस्था बनाये रखने का होता है। बता दें, एसएसपी की नियुक्ति UPSC के जरिये सिलेक्टेड IPS ऑफिसर के मध्य की जाती है।
SP (SUPRINDENTENT OF POLICE) के पोस्ट पर तैनात ऑफिसर देश के गैर महानगरियों जिलों के डिस्ट्रिक्ट हेड के रूप में एप्पोइंट किये जाते है। इसी के साथ वह छोटे डिस्ट्रिक्ट के साथ हाई पापुलेशन वाले शहरी और ग्रामीण क्षेत्र का हेड भी होता है। SP की पहचान की बात जाएं तो तो इनकी यूनिफार्म में अशोक का स्तम्भ और और सिल्वर कलर का दोनों साइड एक-एक स्टार लगा होता है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अतिरिक्त एसपी) Additional Superintendent of Police (Add. SP)
पुलिस सर्विस में UPSC के तहत भारतीय पुलिस सर्विस के जरिये एप्पोइंट होने वाले सबसे पहले अधिकारी एडिशनल सुप्रिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस होता है। यह एक आईपीएस रैंक के ऑफिसर होते है। Add. SP एएसपी, डीएसपी से बड़ी पोस्ट होती है। बता देते है अगर कोई पुलिस ऑफिसर राज्य पुलिस सर्विस में है तो उसे DSP की पोस्ट मिलती है इसी के साथ यदि अगर कोई इंडियन पुलिस सर्विस में है तो उसे ASP की पोस्ट मिलती है। Assistant Superintendent of Police अधिकारियों की पहचान की बात करें तो इनकी यूनिफार्म के दोनों तरफ अशोक-स्तम्भ लगे हुए है।

डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस Deputy Superintendent of Police (DSP)
DCP की पोस्ट में एप्पोइंट ऑफिसर एक हाई रैंकिंग पुलिस ऑफिसर होते है। DCP के पास ACP जितने राइट्स होते है। इनका सिलेक्शन स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा किया जाता है। बता दें, ज्यादातर DSP ऑफिसर की नियुक्ति राजस्थान और उत्तर प्रदेश के सर्किल ऑफिसर के रूप में होती है। इनके पास लगभग 5 से 6 पुलिस स्टेशन होते है। जिसके कारण इन्हे सर्किल अफसर (क्षेत्राधिकारी) के नाम से जाना जाता है। वह राज्य पुलिस को रिप्रेजेंट करता है यानी कि वह राज्य के पुलिस अधिकारियों को कार्य करने का निर्देश देता है।
DSP को सरप्राइज इंस्पेक्शन का अधिकार होता है। इस राइट्स के अनुसार वह किसी भी समय इंस्पेक्शन कर सकता है। यदि इनकी रैंक की पहचान की बात करें तो DCP ऑफिसर्स की यूनिफार्म में दोनों तरफ सिल्वर कलर के 3-3 स्टार लगे होते है साथ ही इनके नीचे राज्य की पुलिस सर्विस का बैच भी लगा होता है।

पुलिस निरीक्षक Police Inspector (PI)
पुलिस इंस्पेक्टर को हिंदी में पुलिस निरीक्षक कहा जाता है। यह पुलिस स्टेशन का इन चार्ज ऑफिसर होता है। एक पुलिस अफसर पूरे पुलिस स्टेशन का सुप्रीम कमांड ऑफिसर होता है। इसे SO एवं SHO के नाम से भी जाना जाता है। पुलिस इंपेक्टर को थाने के इंचार्ज के साथ-साथ वहां के आसपास के क्षेत्रों में कणों व्यवस्था से जुड़े दायित्व का काम दिया जाता है। इनके पहचान की बात करें तो इनकी कंधे के दोनों ओर लगे 3-3 सितारे एवं इसके नीचे लाल एवं नीले रंग की पट्टियाँ होती है।

उप निरीक्षक Sub-Inspector (SI)
सब इंस्पेक्टर का काम पुलिसमेन और हेड कांस्टेबल को कमांड देना है। सब इंस्पेक्टर को दरोगा नाम से भी जाना जाता है। पुलिस डिपार्टमेंट में इस पद का काम चौकी इंचार्ज का होता है। यह एक इन्वेस्टीगेशन अफसर होता है यह पुलिस डिपार्टमेंट में एक रिस्पेक्टेड पोस्ट होती है।
सब इंस्पेक्टर की पोस्ट की पहचान की बात करें तो इन ऑफिसर की यूनिफार्म पर लाल और नीली रंग की पट्टी लगी होती है जिसमें 2-2 स्टार लगे होते हैं साथ ही उनकी स्लीव पर राज्य के पुलिस का बैच होता है । जानकारी के लिए बता दें, इस पद पर अप्लाई करने के लिए कैंडिडेट्स का ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य है।

सहायक सब इंस्पेक्टर (Assistant Sub-Inspector ASI)
ASI का पद पुलिस डिपार्टमेंट में किसी भी ऑफिसर के पद को शुरू करता है। ASI पुलिस स्टेशन में या फिर थाने में लगी चौकी में एक असिस्टेंट के रूप में काम करता है। कई राज्यों में पुलिस अधिकारियों के लेफ्ट स्लीव पर राज्य के पुलिस का बैच भी लगा होता है। यदि इनके पहचान की बात की जाएं तो उनकी यूनिफार्म के दोनों कंधे में एक एक सितारे एवं नीले एवं लाल रंग के कपडे की पट्टियाँ लगी होती है।

हेड कांस्टेबल (Head Constable)
पुलिस डिपार्टमेंट में कांस्टेबल से ऊपर हेड कांस्टेबल की पोस्ट आती है। जो भी पुलिस कर्मचारी 5 साल या उससे ज्यादा कांस्टेबल की पोस्ट में होता उनका प्रमोशन ही हेड कांस्टेबल के लिए होता है। कई राज्य में हेड कांस्टेबल की पोस्ट के बाद सीनियर कांस्टेबल और लांस नायक की पोस्ट भी होती है। हेड कांस्टेबल का मैन काम इंस्पेक्टर की मदद करना होता है इसी के साथ उनके रिपोर्ट दर्ज और रिकार्ड्स सँभालने वाले का काम दिया जाता है।
यदि हेड कांस्टेबल की पहचान की बात करें तो इनकी यूनिफार्म में लेफ्ट हाथ पर 3 रंग की पट्टियाँ होती है हालाँकि कुछ राज्यों में यह पट्टी सफ़ेद या काले रंग की भी होती है। हेड कांस्टेबल की यूनिफार्म में किसी तरह का स्टार नहीं होता।

सीनियर पुलिस कॉन्स्टेबल या लांस नायक (SENIOR POLICE CONSTABLE)
सीनियर पुलिस कॉन्स्टेबल पुलिस कॉन्स्टेबल से ऊपर का पद होता है। इनके बैज की जगह पर काले रंग की पट्टी होती है जिसके ऊपर से पीले रंग की भी स्ट्रिप लगी होती है पर कुछ राज्यों में बैज पर लाल रंग की स्ट्रिप्स लगी रहती है।
पुलिस कॉन्स्टेबल (POLICE CONSTABLE)
पुलिस कांस्टेबल की पोस्ट पुलिस रैंक में सबसे छोटी रैंक होती है। इसमें कांस्टेबल को सिंपल यूनिफॉर्म दी जाती है। उनकी यूनिफार्म में एक भी बैज और स्टार नहीं लगा होता।

पुलिस रैंक लिस्ट 2023 से जुड़े प्रश्न/उत्तर
डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस की पोस्ट पुलिस विभाग में सबसे है हाई पोस्ट होती है और यह सबसे बड़ी रैंक है । DGP पुलिस फाॅर्स का हेड होता है इसके अलावा इन्हे राज्य में स्टेट पुलिस चीफ भी कहा जाता है
Assistant Superintendent of Police को एडिशनल डिप्टी कमिश्नर भी बोला जाता है।
पुलिस की यूनिफार्म पर स्टार का अर्थ यह है कि पुलिस कर्मी किस पोस्ट पर काम कर रहे है।
भारतीय पुलिस बल में सबसे छोटा पद कांस्टेबल है इनकी वर्दी पर एक भी स्टार या स्ट्रिप नहीं होती हैं और सबसे बड़ा पद DIB का होता है जो खुबिया एजेंसी का डायरेक्टर होता है।
जी हां, पुलिस की यूनिफार्म पर नेम प्लेट होती है।
भारतीय पुलिस विभाग से संबंधित सभी प्रकार की आवश्यक जानकारी जानने के लिए आधिकारिक वेबसाइट police.gov.in है।
हमने आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से पुलिस रैंक लिस्ट 2023 से सारी जानकारी विस्तारपूर्वक बता दी है। यदि आपको पुलिस रैंक लिस्ट 2023 से सम्बंधित जानकारी पसंद आयी हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। इससे सम्बंधित जानकारी अगर आपको पूछनी होगी तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालो का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।