Ritesh Pandey Biography in Hindi | रितेश पांडेय जीवन परिचय

Ritesh Pandey Biography in Hindi: आज के समय में हर व्यक्ति अपने जीवन और अपने करियर में सफल होना चाहता है। और लोग अपने सपनो को सच करने के लिए जी तोड़ मेहनत भी करते हैं। इस सफलता को पाने के लिए। ऐसे ही लोगों में से आज हम बात करने वाले हैं आज बिहार राज्य के एक ऐसे सिंगर की जिन्होंने अपनी मेहनत भरोसे और सुरीली आवाज से आज सबके दिलों पर कब्जा कर लिया है, जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं भोजपुरी गानों के गायक और भोजपुरी सिनेमा के अभिनेता रितेश पांडेय की आज हम इस लेख में इनके Ritesh Pandey के जीवन शिक्षा, नौकरी इनके जीवन के भोजपुरी सिनेमा और गानों की और के संघर्षरत सफर के बारे में जानेंगे। तो चलिए फिर शुरू करते हैं। कौन हैं रितेश पांडेय।

Ritesh Pandey Biography in Hindi

Ritesh Pandey Biography in Hindi (रितेश पांडेय जीवन परिचय)

पूरा नाम रितेश पांडेय
निकनेम रॉकस्टार
पेशा/व्यवसाय अभिनेता, पार्श्व/प्लेबैक सिंगर

शारीरिक बनावट

लम्बाई 173 सेंटीमीटर
5 फीट 6 इंच
वजन 62 kg
उम्र 32वर्ष (2022)

व्यक्तिगत जीवन (Personal Life)

जन्म तिथि 14 मई 1991 मंगलवार
उम्र 2022 तक 32 वर्ष
राशि वृषभ
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म हिन्दू
जन्मस्थान सासाराम (रोहतास) बिहार
शौक घूमना, गाना गाना, एक्टिंग
भाषायें जानते हैं भोजपुरी, हिंदी, इंग्लिश

वैवाहिक स्थिती

वैवाहिक स्थिति विवाहित
सगाई की तारीख 11 मई 2021
शादी की तारीख 14 मई 2021
पत्नी डॉ. वैशाली पांडेय
बच्चे 1 बेटा (29 मार्च 2022)

परिवार (Ritesh Pandey Family)

रितेश के पिताजी का नाम राकेश पांडेय
रितेश की माताजी का नाम मंजू पांडेय
भाई ज्ञात नहीं
बहन ज्ञात नहीं

Favorite Things (पसंदीदा चीजें)

पसंदीदा खेल क्रिकेट
पसंदीदा गायक किशोर कुमार, पवन सिंह, अक्षरा सिंह
पसंदीदा अभिनेता सलमान खान, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी
पसंदीदा अभिनेत्री अक्षरा सिंह, काजल राघवानी
पसंदीदा खाना दाल चावल, लिट्टी चोखा

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रितेश का प्रारम्भिक जीवन

रितेश पांडेय का जन्म बिहार राज्य के रोहतास जिले सासाराम शहर में 14 मई 1991 को हुआ था। वर्तमान समय में रितेश पांडेय भोजपुरी सिनेमा के जाने माने अभिनेता और भोजपुरी गानों के गायक हैं, साथ ही वे मॉडलिंग भी करते हैं। पियवा से पहले हमार रहलू और हेलो कौन गाने से रितेश भोजपुरी सिनेमा जगत में प्रसिद्ध हुए। रितेश का जन्म एक आम मध्यमवर्गीय परिवार में ही हुआ था। उनके परिवार की भी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी। जिसके चलते अच्छी आय के लिए रितेश के पिता बिहार से वाराणसी चले गए। यहाँ आने के बाद रितेश के पिताजी को अध्यापक की नौकरी मिल गई। और इसके साथ ही वो ट्यूशन भी पढ़ाने लगे। जिसके बाद सुधरते हालातों को देख वो अपने पूरे परिवार को अपने साथ ही ले आये।

रितेश ने 12वीं में जीवविज्ञान(Biology) से 72%अंक प्राप्त किये। इतने अच्छे नंबरों से पास होने के बाद रितेश के घर वालों ने रितेश को कोटा जाकर पीएमटी (pre-medical test) की तैयारी करने को कहा। लेकिन रितेश इस सब के विपरीत गाना गाने के शौक़ीन थे, और वे यह नहीं चाहते। रितेश अक्सर स्कूल के कार्यक्रमों में और साधारणतौर पर भी गाना गाते रहते थे,जहाँ एक और कुछ लोग रितेश के गायन की प्रशंसा करते वहीं दूसरी और परिवार के लोग और रिश्तेदार रितेश के गाने की मनाही करते रहे। लेकिन रितेश ने बाकी कामों को छोड़कर गायन को ही चुना।

सिंगिंग का संघर्ष पूर्ण सफर

रितेश के परिवार वालों के मना करने के बाद भी रितेश ने पीएमटी की तैयारी न कर गायन को ही महत्व दिया और फिर इन्होने बनारस से महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी से बैचलर्स ऑफ़ म्यूजिक की डिग्री प्राप्त की। फिर रितेश ने गाने की शुरुआत की लेकिन शुरुआत में रितेश को कोई भी काम नहीं मिला, यहाँ तक की रितेश ने गाँवो और शहरों में होने वाले छोटे-छोटे कार्यक्रमों में भी गाने का काम किया जहाँ से उनको कुछ पैसे मिलते थे। उन सभी पैसों को रितेश जमा करते गए और फिर बाद में वो वाराणसी गए वहां उन्होंने एक एल्बम रिकॉर्ड करवाई लेकिन इतनी मेहनत और पैसे खर्च करने के बाद भी रितेश को कोई लाभ नहीं मिला। यहाँ तक की वो अपना कैसेट खुद ही बेचने जाते थे दुकानों में।

इस नाकामयाबी के बाद भी रितेश ने अपने विश्वास को टूटने नहीं दिया और फिर भी वो कोशिश करते रहे। और उसी स्टूडियो में काम करने लगे जहाँ उन्होंने अपना एल्बम रिकॉर्ड करवाया था, यहीं रह कर रितेश ने काम करना शुरू किया और लगातार दो साल तक कोई काम भी न मिला जिसके कारण रितेश इस स्टूडियो में ही काम करते रहे और उन्होंने वहाँ रह कर रिकॉर्डिंग करना सीखी। रिकॉर्डिंग सिखने के बाद रितेश ने फिर से कोशिश की और एक बार दुबारा गाना गाया करुआ तेल और इस गाने को उन्होंने पेन ड्राइव लेकर खुद ही यूपी, बिहार की हर फ़ोन वाली दुकान पर जाकर अपना गण दिया और दुकानदारों से कहा की वो इस गाने को सभी के फ़ोन डालें। और यहाँ रितेश के गाना हिट हो गया देखते-देखते रितेश का ये गाना प्रसिद्ध हो गया।

रितेश का सबसे प्रसिद्ध गाना (पहला गाना)

रितेश के अब तक लगभग सभी गाने हिट ही रहे हैं, लेकिन शुरूआती समय में जब साल 2014 में रितेश का गाना करुआ तेल आया था और इसके बाद 2017 में एक और गाना पियवा से पहले हमार रहलु इन दोनों गानों से रितेश को भोजपुरी संगीत में प्रसिद्धि प्राप्त हुई थी। जिसके बाद फिर से साल 2019 में गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे गाने से एक बार फिर से रितेश सुर्ख़ियों में छा गए थे, इस प्रकार से ही रितेश पांडेय ने कई भोजपुरी गानों के साथ ही भक्ति भजन/गीत गायें हैं।

सबसे अधिक बार देखा जाने वाला गाना

साल 2020 में रितेश पांडेय का हेलो कौन गाना आया था, जिसमें रितेश पांडेय के साथ महिला गायक स्नेह उपाध्याय ने गाया है। इस गाने के रिलीज होते ही यह गाना ऑडियन्स के बीच में यह गाना जंगल की आग के जैसे फ़ैल गया और केवल 2 सालों में ही रितेश का यह गण पहला भोजपुरी गाना है जिसने यूट्यूब पर 90 करोड़ से ज्यादा व्यू प्राप्त किये हैं।

रितेश का फ़िल्मी करियर

भारत बनाम पाकिस्तान
दरार
यारा तेरी यारी
कशी विश्वनाथ
परवरिश
रानी ने राजा से की शादी
नाचे नागिन गली गली
करम युग
तोहरे में बसेला प्राण
रांची के राजा राजकुमार

Ritesh Pandey को प्राप्त हुए पुरस्कार/सम्मान

  • साल 2015 में रितेश पांडेय को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय युवा गायक पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
  • इसके बाद साल 2018 में दिशुम इंटरनेशनल भोजपुरी फिल्म जगत की और से रितेश को मलेशिया IBFA पुरस्कार से अलंकृत किया गया।

तो दोस्तों ये थी रितेश पांडेय के जीवन से जुडी थोड़ी बहुत बातें। यदि आप भी उनके फैन हैं और उसके जुडी कोई खास बातें आप जानते हैं। तो आप वो जानकारी हमारे साथ भी बाँट सकते हैं। उम्मीद है आपको हम सभी के पसंदीदा रितेश स जुडी ये बाते अवश्य पसंद आई होंगी।

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