Shyam Charan Murmu Biography in Hindi | श्याम चरण मुर्मु जीवन परिचय

Shyam Charan Murmu Biography in Hindi: अगर बात की जाएं श्याम चरण मुर्मू की तो शायद ही आप इनके बारे में जानते होंगे। बता देते है कि श्याम चरण मुर्मू एक भारतीय बैंकर थे। वह भारत देश की 15वी प्रेजिडेंट द्रौपदी मुर्मू के पति थे। ये तो आप जानते ही होंगे कि साल 2022 में द्रौपदी मुर्मू को भारत का 15व राष्ट्रपति के रूप में चुना गया है। वर्तमान में श्याम चरण मुर्मू इस दुनिया में नहीं है। चलिए जानते है श्याम चरण मुर्मू से जुडी यह सभी जानकारियां जैसे: श्याम चरण मुर्मु का जीवन परिचय, श्याम चरण मुर्मु कौन है, उम्र, अफेयर, गर्लफ्रेंड, पत्नी, बच्चे, करियर, शिक्षा, परिवार, Shyam Charan Murmu Biography in Hindi के बारे में बताने जा रहे है।

Shyam Charan Murmu Biography in Hindi
Shyam Charan Murmu Biography in Hindi

श्याम चरण मुर्मु का जीवन, जन्मतिथि और परिवार (Shyam Charan Murmu Early Life, Birth & Family

श्याम चरण मुर्मू का जन्म 1 अप्रैल 1958 को पहाड़पुर गांव, बादामपहाड़ (मयूरभंज), ओडिशा, भारत देश में हुआ था। इसके साथ ही उनकी मृत्यु 1 अगस्त 2014 को हुई। जब वह 56 साल के थे तब उनकी मृत्यु हो चुकी थी उनकी मृत्यु हार्ट अटैक आने से हुई। बता दें, श्याम चरण मुर्मू के माता व पिता की जानकारी हमे नहीं है। इसी के साथ उनकी पत्नी का नाम द्रौपदी मुर्मू है। श्याम चरण मुर्मू और द्रौपदी के 2 बेटा और 2 बेटी है। उनके बेटे का नाम लक्ष्मण मुर्मू ( 25 अक्टूबर 2010 को निधन) और सिपुन मुर्मू (2 जनवरी 2013 को निधन) है। जानकारी के लिए बता दें, श्याम चरण मुर्मू के दोनों बेटे और एक बेटी का निधन हो गया है। इसके साथ उनकी बेटी का नाम इतिश्री मुर्मू है। जो कि एक बैंक कर्मचारी है।

जीवन परिचय
नामश्याम चरण मुर्मू
व्यवसाय बैंकर
फेमस भारत के 15वें प्रेजिडेंट द्रौपदी मुर्मू के पति के तौर पर
शारीरिक संरचना
बालों का रंग काला
आँखों का रंग काला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 1 अप्रैल 1958
जन्मस्थान पहाड़पुर गांव, बादामपहाड़ (मयूरभंज), ओडिशा, भारत
मृत्यु तिथि 1 अगस्त 2014
मृत्यु का कारण हार्ट अटैक
आयु 56 साल (निधन के समय)
राशि मेष (Aries)
होम टाउन पहाड़पुर गांव, बादामपहाड़ (मयूरभंज), ओडिशा, भारत
जाति ST (संथाल)
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति मैरिड
शादी की तिथि साल 1980
परिवार
पत्नी द्रौपदी मुर्मू
बच्चे लक्ष्मण मुर्मू, 25 अक्टूबर 2010 को निधन हो गया (बेटा)
सिपुन मुर्मू, 2 जनवरी 2013 को निधन हो गया (बेटा)
नाम ज्ञात नहीं (3 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई) {बेटी}
इतिश्री मुर्मू (बैंक कर्मचारी) {बेटी}
shyam charan murmu daughter
माता जानकारी नहीं है
पिता जानकारी नहीं है

श्याम चरण मुर्मू कौन थे (Who Is Shyam Charan Murmu)

जैसा की हमने आपको बताया की स्वर्गीय श्याम चरण मुर्मू बैंकर थे। वह बैंक ऑफ़ इंडिया (BOI) यूनिट में ऑफिसर के रूप में काम करते थे। बता देते है बैंक ऑफ़ इंडिया में काम करते हुए उनका ट्रांसफर तबादला मयूरभंज, ओडिशा के रायरंगपुर में हो गया। वहां वह अपने परिवार के साथ ,मयूरभंज के पहाड़पुर गांव में रहने लगे।

श्याम चरण मुर्मू से जुड़ी अन्य सभी जानकरियाँ

  • बता देते है श्याम चरण मुर्मू और द्रौपदी एक दूसरे से भुवनेश्वर के एक कॉलेज में पढाई करते समय मिले थे जिसके बाद वह दोनों एक दूसरे के बहुत ही अचे बेस्ट फ्रेंड्स बन गए।
  • साल 1980 में श्याम चरण मुर्मू ने शादी से जुडी बातचीत करने के लिए द्रौपदी के परिवार से बात की थी।
  • खबरों के हिसाब से द्रौपदी के पिता जी बिरंची नारायण टुडू को उन दोनों की शादी मंजूर नहीं थी जिसकी वजह से उन्होंने द्रौपदी से बात भी करना बंद कर दिया था।
  • कुछ रिपोर्ट्स के हिसाब से श्याम चरण द्रौपदी के घर पर अपने कुछ रिलेटिव्स और दोस्तों के साथ उनके पिता के पास शादी की बात करने की रिक्वेस्ट करने लगे और वह वह 3-4 दिन भी रहे। बता देते है द्रौपदी की भाभी शाक्यमुनि के हिसाब से द्रौपदी भी श्याम चरण से शादी करना चाहती थी।
  • जानकारी के लिए बता दें, श्याम चरण मुर्मू के चाचा लक्ष्मण बंसी के हिसाब से श्याम चरण मुर्मू और द्रौपदी मुर्मू की शादी एक लव मैरिज थी।
  • बता देते है, उनके चाचा जी कहते है कि द्रौपदी संथाल जनजाति कि है जिसमे दहेज़ दूल्हे की तरफ से दिया जाता है जिसमे उनकी शादी के समय यह डिसाइड किया था कि दूल्हा पक्ष दुल्हन के घर वालों को एक बेल, एक गाय और 16 जोड़े कपडे देंगे।
  • जानकारी के लिए बता दें, पॉलिटिक्स में एक्टिव होने से पहले उनकी पीटीआई द्रौपदी मुर्मू ने साल 1979 से 1983 तक एक टीचर के रूप में काम किया जिसके बाद उन्होंने ओडिशा में इरीगेशन और पावर डिपार्टमेंट में एक जूनियर असिस्टेंट के रूप में भी कार्य किया है। इसके बाद द्रौपदी ने साल 1994 से 1997 तक ओडिशा में एक टीचिंग असिस्टेंट के रूप में काम भी किया।
  • द्रौपदी ने साल 1997 में लोकल एलेक्शंस लड़ा और वह ओडिशा के मयूरभंज डिस्ट्रिक्ट के रायरंगपुर के पार्षद के रूप में चुनी गयी। और वहां जिला परिषद् की वाईस प्रेजिडेंट बनी।
  • साल 2000 में उन्होंने ओडिशा के रायरंगपुर इलेक्टेड क्षेत्र से विधानसभा का इलेक्शन जीता और भाजपा और बीजद की गठबंधन सरकार में राज्य मंत्री बनी।
  • इसके बाद साल 2002 में द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में मत्स्य पालन, पशु पालन और डेरी मंत्री बनी।
  • जिसके बाद साल 2006 में द्रौपदी मुर्मू में भाजपा के ST मोर्चा की प्रदेश की प्रेजिडेंट बनी।
  • बता दें, साल 2009 में वह रायरांगपुर इलेक्शन क्षेत्र से ओडिशा विधानसभा इलेक्शन हार गयी। साल 2015 में वह झारखण्ड की राजयपाल बनी और 2021 तक इस पोस्ट पर काम किया।
  • जानकरी के लिए बता दें, श्याम चरण मुर्मू और द्रौपदी ने अपनी छोटी बेटी को हमेशा के लिए खो दिया जिसके बाद 25 अक्टूबर 2010 को भी द्रौपदी मुर्मू और श्याम चरण मुर्मू के छोटे बेटे लक्ष्मण मुर्मू का निधन हो गया।
  • इसके बाद 2 जनवरी 2013 को उन्होंने अपने बेटे सिपुन मुर्मू को भी एक सड़क दुर्घटना में खो दिया जिसके बाद श्याम चरण मुर्मू पूरी तरह से टूट गए थे और वह यह सदमा बर्दाश नहीं कर पाए और 1 अगस्त 2014 को हार्ट अटैक के कारण उनकी मृत्यु हो गयी।
  • एक इंटरव्यू में द्रौपदी मुर्मू ने अपने पति के मृत्यु के बारे में कहाँ कि जब मेरे दूसरे बेटे की मृत्यु हुई तो यह झटका पहले की अनुसार कम था क्यूंकि उस समय वह मैडिटेशन कर रही थी। उन्होंने यह भी बताया कि मेरे पति मेरे जैसे मजबूत नहीं थे जिसके कारण वह इस दुनिया में नहीं रहे।
  • इसी के साथ द्रौपदी मुर्मू ने यह भी कहाँ कि 4 साल के अंदर वह अपने पति और दो बेटे को खो चुकी थी और पूरी तरह टूट चुकी थी परन्तु उन्होंने अपना दुःख दूर करने के लिए राजस्थान के माउंट आबू में स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम में जाकर रहने लगी। उन्होंने अपनी जिंदगी के स्ट्रगल के बारे में बोलते हुए यह बोलै कि मैंने अपनी जिंदगी में कई उतार चढ़ाव देखे है मैंने अपनी जिंदगी में अपने पति और दो बेटों को खो दिया लेकिन भगवन ने मुझे लोगों की सेवा करते रहने की हिम्मत दी।
  • श्याम चरण मुर्मू की पत्नी द्रौपदी मुर्मू को 21 जुलाई 2022 को भारत का 15वा प्रेजिडेंट चुना गया। उन्होंने प्रेजिडेंट इलेक्शन 28 राज्यों में से 21में बहुमत हासिल करके अपोजिट कैंडिडेट यशवंत सिन्हा को 676,803 वोटों से हरा दिया।

तो दोस्तों ये थी श्याम चरण मुर्मू के जीवन से जुडी थोड़ी बहुत जानकारी। उम्मीद है आपको ये जानकारी पसंद आएगी और ऐसी ही जानकारी जानने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे।

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