Treesa Jolly Biography in Hindi | ट्रीसा जॉली जीवन परिचय

Treesa Jolly Biography in Hindi: दोस्तों आज के इस लेख में हम भारत की उस बैटमिंटन खिलाडी की बात करने जा रहें हैं, जो कि आल इंग्लैंड वूमेंस डबल्स में भारत के राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेरा गोपीचंद की बेटी गायत्री गोपीचंद की साथी थी। जी हाँ दोस्तों ट्रीसा और गायत्री एक जोड़ी में थी, और इन्होने जीत भी हासिल की। गायत्री गोपीचंद के बारे में तो लगभग कई लोगो जान चुके होंगे क्योंकि उनका पूरा परिवार बैडमिंटन से ही जुड़ा हुआ है। लेकिन क्या आप ट्रीसा जॉली (Treesa Jolly) के बारे में जानते हैं? यदि नहीं तो इस लेख में इनके प्रारम्भिक जीवन और बैडमिंटन करियर, परिवार, उम्र, बॉयफ्रेंड के बारे में जानकारी दी गई है।

Treesa Jolly Biography in Hindi | ट्रीसा जॉली जीवन परिचय

Treesa Jolly Biography in Hindi

पूरा नाम ट्रीसा जॉली
पेशा/व्यवसाय भारतीय बैडमिंटन खिलाडी

शारीरिक संरचना

लम्बाई 5 फ़ीट 6 इंच
बालों का रंग काला
आँखों का रंग काला

निजी जानकरी (Personal Information)

जन्मतिथि 27 मई 2003
उम्र 19 साल 2022 के अनुसार
जनस्थान पुलिंगोम, चेरुपुझा, केरल
गृहनगर पुलिंगोम गांव, चेरुपुझा केरल
राष्ट्रीयता भारतीय
राशि मिथुन
शैक्षिक योग्यता ज्ञात नहीं

प्रेम संबंध/वैवाहिक स्थिति (Treesa Jolly Boyfriend/Affairs)

ट्रीसा जॉली के किसी भी व्यक्ति से प्रेम संबंध की कोई भी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है। न ही इनके विवाह से जुडी कोई खबर हमे मिली है।

वैवाहिक स्थिति अविवाहित
बॉयफ्रेंड/प्रेमी ज्ञात नहीं

Treesa Jolly Family (ट्रीसा जॉली का परिवार व जन्म)

ट्रीसा जॉली का जन्म साल 2003 में केरला के चेरुपुझा के पुलिंगोम गावं में हुआ था इनका जन्म जॉली मैथ्यू थाइकल और डेज़ी जोसफ के यहाँ हुआ था, ट्रीसा के पिता एक रिटायर्ड पीटी/शारीरिक शिक्षा अध्यापक और वॉलीबाल कोच थे। और ट्रीसा की माता भी एक शिक्षिका हैं। इनके परिवार में इनकी एक और बहन भी है। जिसका नाम मारिया जॉली है। और वह भी एक बैडमिंटन खिलाडी है। ट्रीसा का प्रारम्भिक जीवन इनके गांव और चेरुपुझा में भी बिता है।

Treesa Jolly Biography in Hindi | ट्रीसा जॉली जीवन परिचय
पिता जॉली मैथ्यू थाईकल
माता डेजी जोसफ
भाई-बहन बहन- मरिया जॉली

ट्रीसा जॉली की शिक्षा (Treesa Jolly Education)

दोस्तों अगर हम ट्रीसा जॉली की शिक्षा की बात करते हैं, तो इनकी शिक्षा से जुडी कोई भी जानकारी इंटरनेट पर फिलहाल उपलब्ध नहीं है। यदि हमको इससे जुडी कोई भी जानकरी प्राप्त होती है तो उसकी जानकारी यहाँ साझा की जायेगी।

Treesa Jolly badminton Career (ट्रीसा का बैडमिंटन करियर)

किस टीम में हैं भारतीय बैडमिंटन टीम
कोच 1. जॉली मैथ्यू थाइकल (ट्रीसा के पिताजी)
2. अनिल रामचंद्रन
3. अरुण विष्णु
हैंडेडनेसदाहिने हाथ की खिलाडी

यदि हम यहाँ पर ट्रीसा के बैडमिंटन खेलने की शुरुआत की बात करते हैं, तो पता चलता है कि केवल 5 साल की उम्र से ही ट्रीसा ने अपने पिताजी से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। हालाँकि इनके पिता एक पीटी टीचर और वॉलीबाल कोच थे। जिसके चलते इन्होने खुद ही अपनी बेटी को बैडमिंटन का प्रशिक्षण देना शुरू किया। और ट्रीसा ने अपने पिताजी से 6 सालों तक बैडमिंटन के गुर सीखे। जिसके बाद इनके पित्ताजी ने इनको भारत के बैडमिंटन कोच अनिल रामचंद्रन के सानिध्य में इनकी ट्रेनिंग जारी करवाई।

ट्रीसा मुख्य रूप से महिला युगल और मिश्रित युगल वर्ग (Women’s doubles) में खेलने वाली खिलाडी के रूप में जानी जाती है। खेल के शुरूआती समय में ट्रीसा जोड़ी में अपनी बहन के साथ खेलती थी लेकिन अब वह अन्य खिलाडियों के साथ भी खेलती हैं। जब वो 7 साल की थी तब इन्होने केरल के कन्नूर में आयोजित अंडर-10 स्टेट चैंपियनशिप में भाग लिया।

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ट्रीसा के बैडमिंटन करियर में आई थी कठिनाइयाँ

ट्रीसा ने अपने बैडमिंटन करियर को शुरू करने में उनके पिता का योगदान सबसे ज्यादा बताया। वो कहती हैं कि जब उनके पिता जी ने उनको बैडमिंटन खिलवाना शुरू किया, उस वक़्त शायद ही कोई और हमारे गांव में ये खेल शायद ही तब किसी ने ही खेला होग ट्रीसा कहती हैं की जब उनके पिता मुझे और मेरी बहन को बैटमिंटन खेलने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे तो आस-पास के लोगों ने हमारे पिता से पूछा, इसके बारे में सवाल किया। और यह भी कहा कि इस काम को उनके यहाँ पर कोई भी नहीं करता है। इस खेल में उनके लोगो में से कोई भी लोग अपना भविष्य इस में नहीं बनाना चाहेगा। लेकिन लोगों की बातों का उनके पिता पर कोई असर नहीं हुआ। और उन्होंने पूरी तरह से ट्रीसा और उनकी बहन मारिया के प्रशिक्षण पर ध्यान दिया, और उनको प्रोत्साहित करते रहे।

सिंगल्स खेलने में नहीं मिली ज्यादा सफलता – ट्रीसा अपने करियर के शुरुआती दिनों में सिंगल्स में ही खेला करती थी लेकिन वो इसके बारे में बताती हैं की मेरा सिंगल्स में स्टेट लेवल पर अच्छा परफॉमेंस था, लेकिन सिंगल्स में मैं नेशनल लेवल पर साल में एक या दो ही बार पहुंच पाती थी, और इसमें भी कोई संतति (continuity) नहीं थी। और मैं जोड़ी में ही ज्यादा बेहतर कर पा रही थी, इसलिए युगल में खेलना ज्यादा बेहतर लगा।

पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में लिया प्रवेश

साल 2020 में ट्रीसा का प्रवेश हैदराबाद की पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में हुआ। यहाँ पर ट्रीसा और गायत्री गोपीचंद जिनके बारे में हम आपको बता चुके हैं भारत के राष्ट्रीय बैडमिंटन के मुख्य कोच की बेटी से ट्रीसा की दोसी हुई। बाद में ट्रीसा और गायत्री के खेलने के तरीके से प्रभावित होकर कोच अरुण विष्णु और पुलेला गोपीचंद ने इन दोनों की जोड़ी बना दिया। जिसके बाद इन दोनों की जोड़ी ने 2022 में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमण्डल (Commonwealth) खेलों में जगह प्राप्त की।

ट्रीसा जॉली अपनी पार्टनर गायत्री गोपीचंद के साथ

ट्रीसा द्वारा खेले गए चैंपियनशिप मैच

2018 जूनियर राज्यस्तरीय बैडमिंटन चैंपियनशिप, केरल
2022 पेरोडुआ मलेशिया मास्टर्स, कुआलालंपुर, मलेशिया
2022 Totalenergies BWF थॉमस एंड उबरकप फाइनल, बैंकॉक, थाईलैंड
2022 योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन, नई दिल्ली
2022 योनेक्स गेनवर्ड जर्मन ओपन, मुएलहेम ऍन डेर रूहर, जर्मनी
2022 योनेक्स ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप, बर्मिंघम, इंग्लैंड
2022 योनेक्स स्विस ओपन, बेसल स्विट्जरलैंड
2022 ओडिशा ओपन, कटक,भारत
2022 सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल, लखनऊ, भारत

ट्रीसा जॉली के जीते विभिन्न पदक

स्वर्ण पदक रजत पदक कांस्य पदक
1. केरल जूनियर स्टेट रैंकिंग बैडमिंटन चैंपियनशिप 2018 में स्वर्ण पदक विजेता। 1. जोड़ीदार गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा ने पोलिश इंटरनेशनल 2021 में रजत पदक हासिल किया। 1. अंडर-19 इंटरनेशनल जूनियर ग्रैंड पिक्स 2021 में कांस्य पदक प्राप्त किया। इसका आयोजन पुणे में किया गया था।
2. इंफोसिस इंटरनेशनल चैलेंज 2021 में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया। 2. वेल्श इंटरनेशनल 2021 में महिला युगल में जोड़ीदार गायत्री गोपीचंद के साथ फिर से रजत पदक प्राप्त किया।
3. भारत अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2021 में जोड़ीदार गायत्री गोपीचंद के साथ स्वर्ण पदक प्राप्त किया। 3. सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 2022 में महिला युगल में जोड़ीदार गायत्री के साथ रजक पदक हासिल किया।
4. जोड़ीदार गायत्री गोपीचंद के साथ मिलकर सुपर 100 ओडिशा ओपन 2022 में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया। 4. सुपर 100 ओडिशा ओपन 2022 में मिश्रित युगल में रजत पदक हासिल किया।

अपने करियर और पिता का आभार करते हुए ट्रीसा कहती हैं कि

वो अपने करियर लक्ष्यों में युगल/जोड़ी वाले खेलों में ज्यादा ध्यान दे रही हूँ और मेरा लक्ष्य है की मैं 2024 तक अगले ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर सकूँ। ट्रीसा ने साथ ही ये भी कहा कि उनको अभी खेल मंत्रालय से चाहे छात्रवृति मिलती है, लेकिन उनको कई तरह की वित्तीय कठिनाइयों को झेलना पड़ा। उनके पिता ने उनके करियर के लिए अपनी नौकरी को भी छोड़ा दिया। और उन्होंने केवल उनके करियर पर ध्यान दिया, क्योंकि वे एक साथ दोनों काम नहीं कर सकते थे। लेकिन अब मई इस सफर में इतने आगे आ गई हूँ और यही मुझे विश्वाश दिलाता है। ट्रीसा अपने माता-पिता का धन्यवाद करते हुए कहती हैं कि वो अपने परिवार, माता-पिता की आभारी हैं जिन्होंने उनके लिए इतना कुछ किया और उनको हमेशा बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया।

तो दोस्तों ये थी ट्रीसा जॉली के जीवन की और उनके बैडमिंटन के सफर की कहानी, यहाँ पर दी गई जानकरी इंटरनेट के स्रोतों से प्राप्त कर के आपको दी जा रही है। उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आएगी।

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